आश्रम को लेकर हिन्दू समाज का आक्रोश बढ़ता जा रहा है जिस तरह से आश्रम में हिन्दू संत और समाज को टारगेट किया गया है उसके खिलाफ अब हिन्दू समाज एकजुट हो गया है आपको बता दें आश्रम वेबसीरीज की शूटिंग के दौरान बजरंग दल द्वारा तोड़फोड़ की घटना के बाद अब मध्य प्रदेश सरकार ने सख्त तेवर दिखाए हैं। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि किसी भी फिल्म की शूटिंग तभी होगी जब प्रशासन को उसकी स्टोरी दिखाई जाएगी। आपत्तिजनक दृश्य और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने वाली स्टोरी के दृश्यों को प्रशासन की अनुमति के बाद ही शूट किया जा सकेगा। वहीं, लेस्बियन के करवाचौथ मनाए जाने के डाबर कंपनी के विज्ञापन को भी गृह मंत्री ने आपत्तिजनक माना है और डीजीपी को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें उन्होंने कहा कि मैं भी इसका समर्थन करता हूं। इस वेब सीरीज का नाम आश्रम क्यों रखा गया? यदि वे इसका नाम दूसरे (धर्म) के नाम पर रखते तब वे समझते (इसके परिणाम)? हम तोड़फोड़ को गलत मानते हैं। चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन झा साहब (प्रकाश झा) अपनी गलतियों के बारे में भी सोचें? बाद में मिश्रा ने ट्वीट किया कि वेब सीरीज के नाम पर लंबे समय से जानबूझकर हिंदू धर्म को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। बहुसंख्यक समाज की भावना को देखते हुए प्रकाश झा को अपनी वेब सीरीज का नाम बदलने पर विचार करना चाहिए।
भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक साई कृष्ण थोटा ने रविवार को बताया कि अरेरा हिल्स स्थित पुरानी जेल में प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान इसके नाम को लेकर बजरंग दल ने रविवार शाम वहां जाकर आपत्ति की और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रकाश झा पर स्याही फेंकी और वहां पथराव भी किया। इस पथराव में वहां पार्किंग में खड़ी दो बसों के कांच टूट गये और एक व्यक्ति घायल हो गया। झा पर स्याही फेंकने के बात स्वीकार करते हुए बजरंग दल के प्रदेश संयोजक सुशील सुढेले ने कहा कि उनके कार्यकर्ता भोपाल में वेब-सीरीज आश्रम की शूटिंग नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि आश्रम-3 नाम को लेकर उन्हें आपत्ति है, क्योंकि झा जिस तरीके से इसमें अश्लील दृश्यों का फिल्मांकन कर रहे हैं, इस प्रकार की आश्रमों में व्यवस्थाएं नहीं होती हैं। उन्होंने कहा कि झा ने गुरुओं द्वारा महिलाओं के शोषण को दिखाकर पहले के सीजनों में हिंदू आश्रम में व्यवस्थाओं को गलत तरीके से चित्रित किया था। इस वेब सीरीज में जो दिखाया गया है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है।
वहीँ आश्रम की शूटिंग को लेकर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछेंगी कि आखिर किस आधार पर शूटिंग की अनुमति दी गई? क्या प्रशासन ने अनुमति के पहले इसकी स्क्रिप्ट पढ़ी थी? क्या उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी? इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अब इस तरह से हिंदू सनातन धर्म की व्यवस्थाओं और धर्म को बदनाम करने को लेकर अगर कोई भी किसी भी तरह से कोशिश करता है तो उसके खिलाफ वह अपना विरोध व्यक्त करेंगी। अगर जरूरत पड़ी तो कानूनी तौर पर भी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनका अखाड़ा अब एक विभाग बनाएगा, जो इस तरह के सभी कार्यक्रम फिल्म और वेब सीरीज को देखेगा। उसके बाद अगर उसमें किसी भी तरह की आपत्तिजनक सामग्री सीन फोटो और वीडियो है तो उसके खिलाफ शिकायत करेंगे और उस कंटेंट को कटवाएंगे