हिन्दू त्योहारों में इस्लामीकरण एजेंडा का चलन दिन व दिन बढ़ता जा रहा है. कभी तनिष्क जेसा ब्रांड जो लव जिहाद को बढ़ावा देता है, तो कभी कुछ बॉलीवुड के महाज्ञानी लोग जो अपने आप को इस्लाम का मसीहा दिखने के लिए हिन्दू विरोधी बयानबाजी करते हैं. लेकिन इन्हें शायद यह नहीं पता है की अगर हिन्दू अपनी आवाज को बुलंद करने लगा तो इनकी दुकानदारी बिलकुल बंद हो जाएगी. दिवाली आते ही फिर से एक क्लाथिंग, होम डेकोर और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स से जुड़ी कंपनी फैब इंडिया के फेस्टिव सीजन कैंपेन पर बवाल मचा हुआ है. दरअसल, फैब इंडिया की ओर से त्योहारों पर 'जश्न-ए-रिवाज' कैंपेन की शुरुआत की गई है. भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कहा कि दीपावली 'जश्न-ए-रिवाज' नहीं है.
आपको बता दें फैब इंडिया ने एक ट्वीट करते हुए कहा- 'जैसा कि हम प्यार और प्रकाश के त्योहार का स्वागत करते हैं, फैबइंडिया द्वारा जश्न-ए-रियाज़ एक ऐसा संग्रह है जो खूबसूरती से भारतीय संस्कृति को नमन करता है.' हालांकि बवाल के बाद फैबइंडिया ने अपना ट्वीट डिलिट कर दिया है.
दरअसल, फैब इंडिया ने 'जश्न-ए-रिवाज' कैंपेन को लॉन्च करते हुए Vougue के एक रिपोर्ट में कहा- जैसा कि हम प्रेम और प्रकाश के त्योहार का स्वागत करते हैं, फैबइंडिया द्वारा 'जश्न-ए-रिवाज' एक ऐसा संग्रह है जो भारतीय संस्कृति को खूबसूरती से नमन करता है; एक संग्रह जो देश के रंग, माहौल और व्यक्तित्व को गले लगाता है. फैब इंडिया ने कहा, 'इस दिवाली पहले से कहीं अधिक हम सभी मित्रों और परिवार से घिरे रहने के लिए आभारी हैं. यह संग्रह अपनेपन की भावना का प्रतीक है, आपसे शिल्प को अपनाने का आग्रह करता है. ऐसा कोई कारण नहीं है कि हमारे कारीगरों का सम्मान करके अपनी जड़ों का जश्न मनाना रोजमर्रा की बातचीत का हिस्सा न हो.'
इसके बाद ट्विटर पर बायकाट का शिलशिला शुरू हुआ .... एक यूजर ने लिखा
बीजेपी यूपी के प्रवक्ता प्रशांत उमराव ने ट्वीट करके कहा, 'फैब इंडिया के कपड़े बहुत महंगे हैं और एक बार धोने के बाद बेकार हो जाते हैं, अन्य ब्रांडों की तरफ जाने की जरूरत है.'
Fab India clothes are overpriced & after one wash look like rags. Need to go for other brands.