भारत में आने वाले त्योहारी सीजन, दिवाली और कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर बिहार की नितीश सरकार ने बिहार लौटने वाले लोगो के लिए एक आदेश पारित किया है। जिसके तहत अब दिवाली में अपने घर को आ रहे लोगो को कोरोना की जांच कराना अनिवार्य होंगे। साथ ही यदि उन्होंने वैक्सीन लगवाई है तो उसका सर्टिफिकेट होना भी जरुरी है।
यात्रियों का होगा वैक्सीनेशन
सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों के साथ एक बैठक में निर्देश दिए कि बिहार आने वाले यात्रियों के टीकाकरण की भी व्यवस्था की जाए। अगर उन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक नहीं लगी हैं तो उन्हें पूर्ण रूप से टीकाकरण के बाद ही राज्य में एंट्री दी जाए। इसके अलावा अगर लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है तो उनके दूसरे पहचान पत्र के आधार पर भी टीकाकरण करवाया जाएगा।
दूसरे राज्यों में रह रहे बिहार के लोगों को पूरी जानकारी दी जाएगी
मुख्यमंत्री ने यह हिदायत दी कि दूसरे राज्यों में रह रहे बिहार के लोगों को प्रचार-प्रसार माध्यम से यह जानकारी दी जाए कि अगर वे बिहार आ रहे हैैं तो टीकाकरण व आरटीपीसीआर जांच का प्रमाण पत्र साथ में रखें। आधार कार्ड नहीं रहने के कारण जिनका टीकाकरण नहीं हो पाया है, उनका किसी दूसरे पहचान पत्र के आधार पर टीकाकरण कराए जाने को कहा।
18 से 20 तक डोर-टू-डोर अभियान
बिहार के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि दीपावली और छठ पर बड़ी संख्या में लोग बिहार आते हैं। इसलिए बिहार सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत छठ महापर्व से पूर्व कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाएगा और कोरोना जांच की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 18,19 व 20 अक्तूबर को कोरोना वैक्सीनेशन का डोर-टू-डोर अभियान चलाकर लोगों को वैक्सीन की खुराक लगाई जाएगी।