भारतीय सेना अमेरिका के अलास्का में अमेरिकी सेना के साथ युद्धाभ्यास करने पहुंच चुकी है। दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना में शुमार भारतीय सेना की टुकड़ी भारत-अमेरिका संयुक्त सैन्य अभ्यास "पूर्व युद्ध अभ्यास 2021" के 17वें संस्करण के लिए पहुंच चुकी है। यह युद्ध अभ्यास 15 से 29 अक्टूबर 2021 तक संयुक्त बेस एल्मेंडॉर्फ रिचर्डसन, अलास्का में आयोजित किया जाएगा।
भारतीय सेना की टुकड़ी में इन्फैंट्री बटालियन ग्रुप के 350 जवान शामिल हैं। 14 दिवसीय अभ्यास में भाग लेने के लिए यह दल 14 अक्टूबर को अलास्का के लिए उड़ान में सवार हुआ था। यह अभ्यास भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सबसे बड़ा चल रहा संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण और रक्षा सहयोग प्रयास माना जा रहा है।
आपको बता दें हाल ही में भारतीय सेना के जवान वर्तमान में रूस में जैपद-21 सैन्य अभ्यास में भाग लिया. जहां चीनी और पाकिस्तानी सेनाएं पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद हैं. तालिबान की ओर से काबुल पर कब्जा करने के बाद अफगानिस्तान में नई दिल्ली की भूमिका को लेकर भारत चीन-पाकिस्तान की जोड़ी से मिल रही चुनौती की काट खोजने में जुटा हुआ था. चीन और पाकिस्तान की तरफ से समर्थित नई अफगानिस्तान सरकार को भारत विरोधी रुख के लिए जाना जाता है, लेकिन तालिबान के कुछ नेताओं ने भारत के साथ अच्छे संबंध रखने में गहरी रुचि दिखाई है.
वहीं जैपद सैन्य अभ्यास में 2,00,000 से अधिक सैनिक शामिल हैं और इसकी वजह से पड़ोसी मुल्क यूक्रेन और पोलैंड में काफी तनाव है. साल 1989 में साम्यवाद के पतन के बाद पहली बार पोलैंड ने सैन्य अभ्यास के कारण अपनी पूर्वी सीमा पर आपातकाल की स्थिति का ऐलान किया है. अभ्यास की पूर्व संध्या पर पुतिन ने कहा कि जैपद रक्षात्मक अभ्यास है आक्रामक नहीं. मिली जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान, इराक आतंकवाद और भारतीय सेना के जवानों ने पूर्वोत्तर कश्मीर को लेकर आतंक मचाने वाले आतंकवादियों और विद्रोहियों से लोहा लेने के गुर सीखे.