इस्लामिक जेहादी पूरी दुनिया का इस्लामीकरण करने पर उतारू हैं। जहां बंदूक से सत्ता हासिल की जा सकती है वहां बंदूक से और जहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है वहां आबादी बढाकर सत्ता कब्जाना चाहते हैं। इसके लिए वह हम दो हमारे चालीस की नीति पर तो चल ही रहे हैं साथ ही बहुसंख्यक हिंदुओं का धर्मातरण भी करा रहे हैं।
अवैध तरीके से धर्म परिवर्तन और विदेश से फंडिंग लेने के आरोपी इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी से ATS की पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। जून माह में गिरफ्तार मौलाना उमर गौतम की संस्था में 57 करोड़ रुपए विदेश से आए थे। बताया जा रहा है कि यह पूरी फंडिंग मौलाना कलीम सिद्दीकी ने कराई थी।
जबकि खुद के खाते में तीन करोड़ रुपए मौलाना कलीम ने मंगाए थे। सिर्फ बहरीन से डेढ़ करोड़ आए थे। इन रुपयों का हिसाब न तो उमर गौतम दे पाया न ही कलीम के पास कोई जवाब है। पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि कलीम अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण करवा चुका है।
कलीम विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को अपना आइडियल मानता है। वह धर्मांतरण के लिए जाकिर नाइक जैसी ही हेट स्पीच देता था। ATS को कई ऐसे वीडियो हाथ लगे हैं जिसमें कलीम सिद्दीकी ने गैर कानूनी बातें धर्मांतरण के लिए कही हैं। ATS सूत्रों के मुताबिक, कलीम सिद्दीकी लोगों को जन्नत का लालच और जहन्नुम का खौफ जैसी बातों में उलझाकर उनका धर्म परिवर्तन कराता था। उसने यह भी बताया कि अब तक करीब एक हजार लोगों का धर्म परिवर्तन करा चुका है। मौलाना सिद्दीकी मेरठ कॉलेज से बीएसी पास है।
मौलाना कलीम सिद्दीकी मुजफ्फरनगर के फुलत का रहने वाला है। ATS ने उसे मेरठ से मंगलवार की रात गिरफ्तार किया। मौलाना ग्लोबल पीस सेंटर का अध्यक्ष है और जमीयत-ए-वलीउल्लाह का अध्यक्ष भी है। ATS की टीम बीते चार महीने से मौलाना के बारे में जानकारी जुटा रही थी।