यूपी में धर्मांतरण पर कानून बनने के बाद यूपी पुलिस किसी को माफ़ करने के मूड में नहीं है चाहे वो स्कॉलर हो या जिहादी। धर्मांन्तरण मामले में इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को एटीएस टीम ने धर्मांतरण के मामले में मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया कि इस मामले में एटीएस कुछ ही घंटो बाद लखनऊ में जल्द ही खुलासा करने जा रही है। कलीम की गतिविधियां संदिग्ध होने का शक जताया गया था। पुलिस के मुताबिक वह सबसे बड़े धर्मांतरण रैकेट के साथ जुड़े हुए थे।
वह जामिया इमाम वलीउल्लाह नाम से एक ट्रस्ट चलाते थे। इसके अंतर्गत कई मदरसे चलते थे। पुलिस के मुताबिक इन मदरसों को बड़ी विदेशी फंडिंग मिलती थी। वह ग्लोबल पीस सेंटर के भी अध्यक्ष हैं। मौलाना कलीम सिद्दीकी मंगलवार शाम सात बजे अन्य साथी मौलानाओं के साथ मेरठ के लिसाड़ीगेट में हूमायुंनगर की मस्जिद माशाउल्लाह के इमाम शारिक के आवास पर एक कार्यक्रम में आए थे। करीब रात नौ बजे इशा की नमाज के बाद वह अपने साथियों के साथ कार में फुलत के लिए निकले थे। इस दौरान परिजन ने उन्हें फोन किया लेकिन मोबाइल बंद मिला। परिजन ने जानकारी मेरठ में इमाम शारिक को दी।
परिवार और परिचितों ने मौलाना की तलाश शुरू की, लेकिन जानकारी नहीं मिली। इसके बाद लोगों की भीड़ लिसाड़ीगेट थाने पर जुट गई। देर रात तक हंगामा चलता रहा। कुछ समय बाद जानकारी मिली की मौलाना को एटीएस ने हिरासत में ले लिया है। संदिग्ध गतिविधि के चलते सिद्दीकी सुरक्षा एजेंसी के निशाने पर थे। मौलाना के मेरठ आने की जानकारी एजेंसी को पहले से थी। उन पर कई धर्मांतरण कराने के आरोप हैं।
आपको बता दें जून माह में यूपी में पकड़े गए धर्मांतरण रैकेट से भी मौलाना कलीम सिद्दीकी का नाम जुड़ा था। यूपी एटीएस के मुताबिक उमर गौतम और उसके साथियों ने IDC संस्था के जरिए लोगों का धर्मांतरण कराया था। उमर गौतम ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसके साथी मौलाना कलीम सिद्दीकी ने बीते सालों में 5 लाख से भी ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया है। IDC के जरिए नाबालिगों के धर्मांतरण को भी अंजाम दिया जा रहा था।
ब्रिटिश संस्था से गिरोह को हुई थी 57 करोड़ की फंडिंग यूपी ADG प्रशांत कुमार ने बताया कि 20 जून को अवैध धर्मांतरण गिरोह संचालित करने वाले लोग गिरफ्तार किए गए थे। उमर गौतम और इसके साथियों को ब्रिटिश आधारित संस्था से लगभग 57 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई थी। जिसके खर्च का ब्योरा अभियुक्त नहीं दे पाए। आगे बताया गया कि इस संबंध में आज के अभियुक्त को छोड़कर कुल 10 लोग गिरफ्तार हुए थे जिसमें से 6 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है, 4 के खिलाफ जांच चल रही है।