अक्सर हिन्दुओ के त्योहार पर ही पर्यावरणीय पहलु की चिंता करने वाले कुछ लोगो में से एक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का 'पर्यावरण प्रेम' एक बार फिर से जाग उठा है, तो अब यदि आप दिल्ली के निवासी है और पिछले ३ वर्षो से दिवाली पर पटाखों की गड़गड़ाहट और रोशनी से दूर है तो ये दूरी इस वर्ष भी कायम रहेगी। तो आखिर सवाल ये उठता है क़ि क्या सच में ये प्रदूषण की चिंता है या प्रदूषण के नाम पर हिन्दुओ के त्योहारों पर विराम चिन्ह लगाने की एक कवायद ?
दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी प्रकार के पटाखों के भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. इस बात की जानकारी अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर दी और बताया कि इस साल भी दिवाली पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा रहा है, जिससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सके।
पटाखों के भंडारण पर भी लगी रोक
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी। केजरीवाल ने अपने किये हुए ट्वीट में लिखा कि- " व्यापारियों द्वारा पटाखों के भंडारण के पश्चात प्रदूषण की गंभीरता को देखत हुए देर से पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया जिससे व्यापारियों का नुकसान हुआ था। सभी व्यापारियों से अपील है कि इस बार पूर्ण प्रतिबंध को देखते हुए किसी भी तरह का भंडारण न करें"
दीपावली को प्रकाश पर्व भी कहते है, जो कि हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। दीपावली का पर्व प्रतिवर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन लक्ष्मी और गणेश जी के पूजन का विशेष महत्व होता है। साल 2020 में 14 नवंबर को दिपावली मनाई गई थी और 2021 में ये पर्व 4 नवंबर को मनाया जाएगा।