अफगानिस्तान में तालिबानी राज वापस आने के बाद मोदु सरकार का ये एक ऐसा फैसला है, जिसका इंतजार हर देशवासी को था. CAA कानून लाकर बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान के हिंदू, सिख सहित अन्य अल्पसंख्यकों के लिए भारत का दरवाजा खोल चुकी मोदी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. खबर के मुताबिक, मोदी सरकार अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों के साथ ही वहां के अल्पसंख्यक हिंदू व सिखों को भी भारत आएगी. मोदी सरकार के इस फैसले की हर तरफ तारीफ हो रही है तथा अफगानिस्तान के हिंदू व सिख मुस्कुरा उठे हैं.
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश अफगानिस्तान छोड़ने के इच्छुक भारतीय नागरिकों के अलावा वहां के अल्पसंख्यक हिंदू व सिखों को भारत वापस लाने की सुविधा देगा. इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत उन अफगानों के लिए भी खड़ा है जो आपसी विकास को बढ़ावा देने में भागीदार रहे हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में काबुल में सुरक्षा की स्थिति काफी खराब हो गई है.
वहां के हालात तेजी से बदल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अफगानिस्तान में सभी घटनाक्रमों पर करीब से नजर रखे हुए है. बागची ने कहा कि हम उस देश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर सलाह जारी करते रहे हैं, जिसमें उनकी तत्काल भारत वापसी का आह्वान भी शामिल है. उन्होंने कहा कि उन्होंने आपातकालीन संपके नंबर प्रसारित किए थे और समुदाय के सदस्यों को सहायता भी प्रदान कर रहे थे.
बागची ने कहा कि हम जानते हैं कि अफगानिस्तान में अभी भी कुछ भारतीय नागरिक हैं जो वापस लौटना चाहते हैं और हम उनके संपर्क में हैं. अफगान सिख और हिंदू समुदायों के बारे में उन्होंने कहा, हम अफगान सिख और हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ लगातार संपर्क में हैं. हम अफगानिस्तान छोड़ने की इच्छा रखने वालों की भारत वापसी की सुविधा देंगे. बागची ने यह भी कहा कि कई अफगान भी हैं जो आपसी विकास, शैक्षिक और लोगों के प्रयासों को बढ़ावा देने में भारतीय भागीदार रहे हैं. हम उनके साथ खड़े रहेंगे.