जिस विशाल से उस हिंदू युवती ने दोस्ती की थी, वही विशाल अब उसके तथा उसके परिवार की जान लेने पर आमादा है. दरअसल जिस विशाल से उस हिंदू युवती ने दोस्ती की थी, वो विशाल नहीं बल्कि अकलम कुरैशी था जो अपना नाम तथा मजहब छिपाकर हिंदू युवती से नजदीकिया बढ़ा रहा था. मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है जहां विशाल नामधारी जिहादी अकलम कुरैशी ने हिंदू युवती का अपहरण कर लिया है तथा उसके बाद युवती के परिजनों को ज़िंदा जलाने का मैसेज भेजा है.
अकलम कुरैशी ने युवती के परिजनों को धमकी दी है कि वह लड़की को खोजना बंद कर दें वरना कोई भी जिंदा नहीं बचेगा. खबर के मुताबिक, बरेली के शाही कस्बे की रहने वाले बीए सेकेंड ईयर की छात्रा को अकलीम कुरैशी ने अपना नाम विशाल बताकर परिचय बढ़ाया था. इसके बाद वह छात्रा को अक्सर रास्ते में रोकता था. एक दिन किसी तरह आरोपी ने छात्रा से छेड़छाड़ कर अश्लील वीडियो बना लिया. इसके बाद से ही वह छात्रा को ब्लैकमेल करने लगा. छात्रा आरोपी की इन हरकतों के बाद भी नहीं डरी तो अकलीम ने उसके अपहरण की साजिश रची.
3 अगस्त को छात्रा जब सामान लेने परचून की दुकान के लिए निकली तभी अकलीम कुरैशी ने उसका अपहरण कर लिया. साथ ही उसने छात्रा के अपहरण की कहानी को झूठा साबित करने के लिए उसने पांच अगस्त को सीबीगंज पोस्ट आफिस से छात्रा के नाम से शाही थाने को एक पत्र पोस्ट किया. शनिवार को वह पत्र थाने पहुंचा. पत्र में लिखा गया कि उसने मर्जी से धर्मांतरण कर एक मस्जिद पर निकाह कर लिया है. मस्जिद से जानकारी की गई तो ऐसे नाम से निकाह की बात झूठी निकली. पुलिस को आरोपी की आखिरी लोकेशन भी सीबीगंज पोस्ट आफिस मिली. इसके बाद से आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग सका है.
इसके साथ ही मामले में सभासद खलीबुल हसन खां पर मदद का आरोप है तथा दोनों पर नामजद रिपोर्ट दर्ज है. आरोपितों के चार करीबियों से पुलिस पूछताछ में जुटी है. अकलीम व सभासद खलीबुल हसन खान 5 अगस्त के बाद से मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. पांच अगस्त को आखिरी लोकेशन सीबीगंज पोस्ट ऑफिस मिलने के बाद से आरोपियों की कोई अता-पता नहीं लगा है. दोनों के नंबर लगातार बंद जा रहे हैं. आरोपितों की पहुंच के लिए सर्विलांस टीम भी जुटी हुई है. शाही थाना प्रभारी सौरभ सिंह ने बताया कि थाना पुलिस युवती की तलाश में जुटी हुई है. आरोपित को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.