एक तरफ घातक संक्रमण कोरोनावायरस की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच लोगों को कोविड गाइडलाइन्स का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ इस्लामिक मौलाना तौकीर रजा ने चौंकाने वाला बयान दिया है. बरेली में इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना का सहारा लेकर सामाजिक दूरी का प्रचार किया गया. असल में सामाजिक दूरी से कोरोना नहीं रुक रहा. जो लोग समाज में समूह में रहते हैं, उन्हें कोरोना नहीं हुआ. सामाजिक दूरी को बनाये रखने की बात उन लोगन ने की जो समाज में बंटवारा चाहते हैं. एक दूसरे से लोगों को दूर रखना चाहते हैं.
इस्लामिक मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हमारा मजहब हमें ये सिखाता है कि कंधे से कन्धा मिलाकर हमें नमाज पढ़नी चाहिए. कोरोना कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है. मैं कोरोना के मरीजों के पास भी गया हूं, उनको छुआ भी है, जो लोग कोरोना से मरे हैं उनके अंतिम संस्कार में भी गया हूं. ऐसी महामारी बेइमानी, जुर्म और जातीय नफरतों की वजह और ताकत का गलत इस्तेमाल करने वालों की वजह से ऐसी बीमारियां फैलती है.
इसके साथ ही मौलाना तौकीर रजा ने बीजेपी और कांग्रेस पर मुस्लिमों के प्रति उनकी नीतियों को लेकर भी निशाना साधा. भारतीय जनता पार्टी के साथ ही कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि 2014 से पहले दंगे होते थे. बीजेपी और आरएसएस वाले, गली, मोहल्ले, शहरों में बम फोड़ते थे. दंगे करवाते थे और आरोप मुसलमानों पर लगाते थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने तो हम पर दंगे का आरोप लगाया लेकिन, कांग्रेस ने तो हमे आतंकवादी बनाया.
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि भविष्य में जो भी चुनाव होंगे, उसमें वो उस राजनैतिक दल को ही सपोर्ट करेंगे जो दल दंगा आयोग बनाने का वायदा करेगा. उन्होंने कहा दंगा आयोग इसलिए जरूरी है क्योंकि कल जब ये लोग हुकूमत में नहीं रहेंगे तो यही लोग दंगा करेंगे. दंगा आयोग इसलिए जरूरी है, वरना पुलिस जिसे चाहती है दंगाई बना देती है. इसलिए दंगा आयोग बने और पारदर्शिता से जांच हो और जो असल दंगाई है वो बेनकाब हो सकें.