उत्तर प्रदेश के कानुपर शूटआउट मामले में 12 दिन से फरार 50 हजार रुपए के इनामी शशिकांत पांडे को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले एसटीएफ ने शशिकांत के 2 मददगारों को ग्वालियर से हिरासत में लिया था। यूपी पुलिस और STF विकास दुबे के पूरे गैंग के खात्मे पर जोरशोर से काम कर रही है। वही दूसरी तरफ पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के घर से एक AK-47 और एक इंसांस रायफल बरामद की है। पुलिस ने इसके अलावा कई जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने आज कानपुर पुलिस लाइन में इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि विकास दुबे के साथियों की धरपकड़ जारी है। जितने भी लोग शूटआउट में शामिल थे पुलिस किसी को नही छोड़ेगी। ग़ौरतलब है कि विकास दुबे और शशिकांत का पिता प्रेम प्रकाश पांडे पहले ही एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। 2 जुलाई को बिकरू गांव में हुए घटना में विकास और उसके गैंग ने पुलिस टीम पर हमला करके 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था साथ ही पुलिस के हथियार भी लूट लिए थे।
अब तक 6 बदमाश ढेर, 3 गिरफ्तार -
एडीजी ने बताया कि कानपुर शूटआउट केस में 21 नामजद आरोपी थे। इनमें से श्याम दुबे, दयाशंकर अग्निहोत्री और शशिकांत दुबे को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत 6 बदमाश एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। 11 आरोपियों की तलाश जारी है। चौबेपुर थाने के पूर्व इंचार्ज और एसआई के खिलाफ भी केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। विकास दुबे उज्जैन से पकड़ा गया, कानपुर के पास एनकाउंटर हुआ। 8 पुलिसवालों की हत्या के बाद विकास और उसकी गैंग के बदमाश फरार हो गए थे। विकास दुबे ने पुलिसवालों से लूटे हथियार और गोला-बारूद अपने घर में छिपाने के लिए अपनी गैंग से कहा था। विकास और उसकी गैंग मारे गए पुलिसकर्मियों के शव जलाने की भी तैयारी में थे। यह बात विकास ने उज्जैन पुलिस को पूछताछ में भी बताई। 2 जुलाई की रात विकास को पकड़ने के लिए पुलिस टीम तैयारी के साथ बिकरू गांव पहुंची थी। जहां विकास और उसकी गैंग के बदमाशो ने छत पर पोजिशन लेकर अंधेरे का फायदा उठाकर पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था।