पिछले महीने ही UP ATS ने इस्लामिक मौलाना मोहम्मद उमर गौतम तथा जहाँगीर को गिरफ्तार किया था जो धर्मांतरण जिहाद की फैक्ट्री चला रहे थे तथा जिसमें हजारों हिंदुओं को मुसलमान बनाया चुका था. इसके बाद से देश के विभिन्न क्षेत्रों से धर्मांतरण के ऐसे तमाम मामले सामने आ चुके हैं. धर्मांतरण जिहाद का ये मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर से धर्मांतरण का एक और मामला सामने आया है जहां हिंदुओं को ईसाई बनाया जा रहा है.
प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के आंबेडकर जिले के मालीपुर थाना क्षेत्र में प्रलोभन देकर सैकड़ों हिंदू परिवारों को ईसाई बनाया गया है. हिन्दू संगठनों ने धर्मान्तरण के मामले में स्थानीय पुलिस पर लापरवाही और मिलीभगत का आरोप लगाया है. बताया गया है कि मालीपुर थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर लोगों को ईसाई बनाने के लिए प्रलोभन देकर प्रेरित किया जा रहा है तथा ये काम काफी बड़े स्तर पर चल रहा है.
जानकारी मिली है कि हाशिमपुर ज़िंदासपुर,अल्लीपुर कोड़रा, कालेपुर महुवल समेत आधा दर्जन गावों में गरीब और दलित परिवारों का ईसाई बनाने का काम चल रहा है. इसके लिए इन गांवों में हर रविवार को चंगाई सभा का आयोजन किया जाता है. इन्हीं सभाओं के माध्यम से लोगों को प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है. अगर परिवार का एक सदस्य ईसाई धर्म अपना लेता है तो वह अपने पूरे परिवार पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव भी बनाता है.
हिंदू संगठनों ने पुलिस पर भी धर्मांतरण के इस खेल में शामिल होने का आरोप लगाया है. मालीपुर थाना क्षेत्र के हाशिमपुर जिंदासपुर गांव के निवासी परशुराम प्रजापति का परिवार इसका ताज़ा उदहारण हैं. थानाप्रभारी का कहना है कि सिर्फ प्रार्थना की जाती है, धर्मपरिवर्तन नहीं हो रहा है. इससे हिंदू आक्रोशित हैं. परशुराम प्रजापति ने मालीपुर थाने में धर्म परिवर्तन के खेल की शिकायत भी की लेकिन उन्हें थाने से ही भगा दिया गया. इसे लेकर विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं ने प्रशासन को ज्ञापन देकर थानाध्यक्ष मालीपुर पर कार्रवाई की मांग भी की है. साथ ही स्थानीय बीजेपी नेताओं ने आईजी जों अयोध्या से भी इसकी शिकायत कर कार्यवाई की मांग की है.