केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि पिछले 24 घंटों के दौरान, कुल 16883 कोविड-19 के रोगी कोरोना वायरस के उपचार के बाद ठीक हुए हैं. इसके साथ ही अब तक कुल ठीक हुए कोरोना मरीजों की संख्या 4,56,883 हो चुकी है. इस दौरान कोरोना वायरस के मरीजों के ठीक होने की दर दिनों दिन बढ़ रही है. आज इसने 61.53% के आंकड़े को छुआ है.
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के कुल मामले 7 लाख का आंकड़ा पार करके चिंताजनक स्थिति पर पहुंच रहे हैं. दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों में तो दिनोंदिन बड़ी संख्या में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. अब ऐसी आशंका जताई गई है कि अगर ऐसे ही ये मामले बढ़ते रहे तो कर्नाटक और तेलंगाना देश में अगले कोविड-19 के हॉटस्पॉट बन सकते हैं.
देश में इस समय कोरोना के हॉटस्पॉट राज्य हैं महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली. इनमें तीन कारक एक समान हैं. ये हैं- कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में तेज वृद्धि दर, उच्च पॉजिटिविजटी रेट और शहर का एक बड़ा इलाका या केंद्र जहां बड़ी संख्या में मामले बढ़ रहे हैं. इन तीनों राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की देश के कुल मामलों में हिस्सेदारी 60 फीसदी के करीब है.
कोरोना वायरस संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित 20 राज्यों का इन तीन कारकों के लिहाज से विश्लेषण करने पर पता चलता है कि अब देश में अगले कौन से क्षेत्र या राज्य कोविड-19 के हॉटस्पॉट बन सकते हैं. इस विश्लेषण में तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात, असम, आंध्र प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों के हॉटस्पॉट बनने की अधिक आशंका है, लेकिन सर्वाधिक आशंका कर्नाटक और तेलंगाना को लेकर है.