न सिर्फ केंद्र सरकार बल्कि राज्य सरकारें भी महिला सुरक्षा के लिए, महिला सम्मान के लिए तमाम प्रयास कर रही हैं, लेकिन इसके बाद भी वह कौन सी सोच है जो महिलाओं को लेकर अपनी विकृत व बहसी सोच से बाहर ही नहीं निकल पा रही है? आखिर वह कौन सी सोच है जिसके लिए इंसान की जन्मदात्री महिला भोग विलास की वस्तु से अधिक कुछ नहीं होती? वो कौन सी सोच है जो जिसके अंदर न तो महिलाओं की इज्जत है और न ही कानून का भय?
ऐसी ही दुराचारी सोच का शिकार हरियाणा के पलवल इलाके की के युवती हुई है जिसके साथ इरशाद, दीनू तथा जफ़र नामक तीन हैवानों ने सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया तथा उसके जीवन को अपने हवस की आग के पैरों तले रौंद डाला. आरोपियों ने पीडिता को किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी. महिला थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
मामला पलवल के हथीन थाना क्षेत्र के एक गाँव का है. 20 वर्षीय पीड़िता ने इस बारे में शिकायत दर्ज कराई है कि गत 10 जून की रात नौ बजे वह घर से खेतों पर शौच के लिए गई थी. सी दौरान खेतों पर इरशाद, दीनू और जफरू मिले. उन्होंने पीड़िता को पकड़ लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. महिला ने यथाशक्ति इसका विरोध किया तो आरोपियों ने पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी तथा ये भी कहा कि वह इस बारे में किसी को न बताए.
किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी और फरार हो गए. पीड़िता ने घर आकर परिजनों को आपबीती बताई। इसके बाद पुलिस में घटना की शिकायत दी गई. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कार्यवाई की जायेगी तथा पीडिता को न्याय मिलेगा.