UP ATS द्वारा गिरफ्तार मोहम्मद उमर गौतम किस तरह हिंदुओ को निशाना बना रहा था, उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें मुसलमान बना रहा था, उसका एक और भयावह चेहरा सामने आया है. उमर गौतम तथा उसकी गैंग के शिकार सिर्फ मूक बधिर मासूम बच्चे ही नहीं हुए हैं बल्कि उच्च शिक्षा प्राप्त युवतियां भी उमर गौतम के जाल में फंसकर मुसलमान बन चुकी हैं.
खबर के मुताबिक़, मामले की जांच कर रही एजेंसियों को ऐसी 33 महिलाओं की लिस्ट मिली है, जिन्होंने अपना धर्म बदल लिया है. ये सभी महिलाएं हाई क्वालिफाइड हैं. उमर गौतम और जहांगीर ने महिलाओं को कुछ इस तरह से गुमराह किया कि सभी ने इस्लाम कुबूल कर दिया. उमर गौतम से धर्म बदलने वाली सभी महिलाओं को साइनिंग स्टार्स नाम दिया है. कानपुर के घाटमपुर की रहने वाली स्टूडेंट ऋचा को उमर ने इस तरह से बहलाया-फुसलाया कि वह अपना घर छोड़कर नोएडा शिफ्ट हो गई.
युवती के परिवार का आरोप है कि प्रयागराज के एक मुस्लिम प्रोफेसर ने ऋचा का इस तरह से ब्रेनवॉश किया कि वह इस्लाम कुबूल करके माहीन अली बन गई. घाटमपुर की रहने वाली 26 साल की ऋचा कानपुर के PPN कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद प्रयागराज के एक नामी इंस्टीट्यूट से MBA की पढ़ाई की थी. वह सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी. परिवार के मुताबिक, मुस्लिम प्रोफेसर ने उसको धर्म बदलने के लिए उकसाया था.
इसके बाद वह अपने परिवार से सभी रिश्ते तोड़कर नोएडा की एक बड़ी कंपनी में जॉब करने लगी. हैरानी की बात ये है कि वह अपनी सैलरी हर महीने मस्जिद में दान दे रही है. पीड़ित परिवार ने बताया कि दो साल से उसका परिवार से कोई संपर्क नहीं है. अब अगर वह घर लौटने की कोशिश भी करेगी तो भी उसे परिवार स्वीकार नहीं करेगा.
बता दें कि जांच एजेंसियों ने कानपुर में ऋचा के घर जाकर उसके परिवार से पूछताछ की. तब उन्हें पता चला कि परिवार का ऋचा के साथ 2 साल से कोई संपर्क ही नहीं है. यहां तक कि परिवार का मोबाइल नंबर भी ऋचा ब्लैक लिस्ट कर दिया है. परिवार को ये तक नहीं पता कि वह किस हाल में है. हालांकि पीड़ित परिवार ने जांच एजेंसियों को उसका मोबाइल नंबर और उसके नोएडा का पता दिया है. बताया जा रहा है कि जांच एजेंसिया जल्द ही मुस्लिम बनी ऋचा से पूंछताछ करेंगी.