हाल ही में एक मौलाना ने फेसबुक पर "हाहा" इमोजी पर फतवा जारी किया है । मौलाना ने यह भी बताया कि मुस्लिम के लिए यह लिखना इस्लाम में हराम है , मौलाना अब्दुल्ला ने कहा आजकल हम फेसबुक के हा हा इमोजी का इस्तेमाल लोगों का मजाक उड़ाने के लिए करते हैं । आपको बता दें, मौलाना अब्दुल्लाह के लगभग फेसबुक और यूट्यूब पर लगभग 30 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं इमोजी के खिलाफ फतवा जारी करते हुए मौलाना ने नई बहस को जन्म दिया है ।
इस्लाम में हराम है
मौलाना ने कहा आप केवल मजाक के लिए ''हाहा'' इमोजी का इस्तेमाल करते हैं और कंटेंट पोस्ट करने वाली की मंशा भी यही है तो ठीक है लेकिन अगर आपका प्रतिक्रिया और इरादा उपहास उड़ाना या मजाक करना है तो सोशल मीडिया पर टिप्पणी करना इस्लाम में तरह से हराम है अल्लाह के लिए मैं आप सब से अनुरोध करूंगा कि इस काम से बचें ।
मौलाना ने एक वीडियो के माध्यम से यह बातें कहीं उस वीडियो को अब तक लगभग 20 लाख लोगों ने देखा है और हजारों लोगों ने उस पर प्रतिक्रिया दी है । ज्यादातर लोग ने इसको सकारात्मक टिप्पणी की क्योंकि यह मौलाना बांग्लादेश का निवासी है इसलिए मुस्लिम बाहुल्य देश में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलना जायज है लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी छीनना गुनाह भी है । इमोजी पर फतवा जारी करना इस्लामिक संकीर्णता का एक और उदाहरण है ।