बिहार के बांका जिले में मदरसे के भीतर जो ब्लास्ट हुआ था उसकी प्रशासन द्वारा जांच चल रही है साथ ही जांच में कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डीएम और एसपी के हवाले से बताया गया है कि यह मदरसा वैद्य था साथ ही धमाका कंटेनर में रखते हुए एक देसी बम के वजह से हुआ था जिसमें मौलाना की मौत हो गई थी । हालांकि मौलाना की मौत दम घुटने की वजह से हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार मदरसे में धमाके की अलग-अलग बिंदुओं से जांच चल रही है इसमें मुख्यता आईबी,एटीएस और एसटीएफ की टीम में शामिल है। वही बांका के डीएम सुहर्ष भगत और एसपी अरविंद कुमार गुप्त ने बताया आईडी ब्लास्ट के साथ नहीं मिले हैं धमाका देसी बम से होने की बात सामने आई है ।
मदरसा में बम बांधने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली कील, सुतली और कंटेनर का टुकड़ा बरामद हुआ है । बम कितना शक्तिशाली था यह रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पाएगा हालांकि मदरसा पूरी तरह से धरा शाही हो चुका है। देसी बम बनाने के लिए बिहार भारत में मशहूर है ऐसे में मदरसे में हुए ब्लास्ट से एक और सवाल कानून व्यवस्था पर उठता है। वहीं डीएम ने यह भी बताया कि मदरसा अवैध रूप से चल रहा था जिसमें लगभग 50 से 60 जिहादी आते और जाते थे । मदरसा में हुए धमाके के वक्त मौलाना अब्दुला बुरी तरह घायल हो गया था जिसके बाद उसकी निर्मम मौत हो गई मौलाना मदरसे में ही रहता था और ब्लास्ट के बाद उसके सांस की नली में धुआं भर गया जिसकी वजह से उसका दम घुट गया गौरतलब है कि मदरसे में हुए विस्फोट की खबर 7 जून को आई थी और अब विस्फोट के बाद जांच की प्रक्रिया शुरू है ।