पिछले कुछ सालों का रिकॉर्ड उठाकर देखें इस्लामिक दीनी तालीम के केंद्र कहे जाने वाले कई मदरसे आतंकी व चरमपंथी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं तथा इसकी संख्या बढ़ती ही जा रही है. और ऐसा सिर्फ कश्मीर के मदरसों में ही नहीं हुआ है बल्कि बंगाल, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के कई मदरसों की आतंक व चरमपंथ से संलिप्पता सामने आई है .हाल ही में बिहार के बांका जिले में एक मदरसे में बम ब्लास्ट हुआ, जिसमें मदरसा धड़ाम हो गया तथा मदरसे के इमाम की मौत हो गई.
इस ब्लास्ट के बारे में जानकारी सामने आई थी कि जो इमाम ब्लास्ट में मारा गया, वह खुद बम बनाता था. ऐसे में ये सवाल उठना लाजिमी है कि दीनी तालीम देने की आड़ में इमाम बम क्यों बना रहा था? क्या बम बनाना दीनी तालीम का ही हिस्सा है ? लगाता उठते ऐसे ही कुछ सवालों के बीच बिहार के बिस्फी से भारतीय जनता पार्टी BJP के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने मदरसों के खिलाफ बड़ा बयान दिया है, जिस पर बिहार की सियासत गरमा गई है. बीजेपी विधायक ने कहा है कि मदरसे सरकारी अनुदान लेते हैं और उसी अनुदान से आतंकी पैदा करते हैं.
BJP के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा है कि ऐसे मदरसों में पढ़कर कोई डॉक्टर-इंजीनियर नहीं बनता. ये सरकार से अनुदान लेकर आतंकवादी बनाते हैं. उन्होंने कहा कि मस्जिद और मदरसे जैसी जगहों पर आतंकवाद की शिक्षा दी जाती है. ये मदरसे सरकार के अनुदान पर पलकर भी देशविरोधी काम में लगे हैं. यहां से आतंकी निकलते रहे हैं. विधायक ने ने बिहार सरकार से बिहार के सभी मस्जिद और मदरसों की जांच कराने की मांग भी की है.
विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा है कि मदरसों में दलितों-पिछड़ों को प्रताड़ित करने की शिक्षा दी जाती है., वहां पढ़ाया जाता है कि कमजोर वर्ग को परेशान कर इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर करो. दलितों की प्रताड़ना को लेकर विधायक ने जमुई, किशनगंज, गाेपालगंज, दरभंगा की लव जिहाद आदि की घटनाओं का जिक्र किया तथा कहा कि इससे सिद्ध होता है यह सब एक साजिश के तहत हो रहा है. बिस्फी विधायक हरिभूषण ने कहा कि मैं अपनी बातों को सरकार के सामने रखता हूं. मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि जो भी संस्था किसी भी धर्म का हो देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है और अशांति फैलाने में संलग्न है. उस पर कठोर से कठोर और कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो.
विधायक हरिभूषण ने कहा कि जो दूसरे धर्म के लोगों को बर्दाश्त नहीं करते हैं, जिनके धार्मिक ग्रंथों में लिखा हुआ है कि दूसरा मारने और काटने योग्य है. वही लोग ऐसा कर सकते हैं. बिहार बारूद के मुहाने पर बैठा है. यहां भी दलितों के साथ अत्याचार बीते दिनों एक समाज के लोगों द्वारा किया गया है. फिर भी बीजेपी सांसद और विधायक कोई बोलने को तैयार नहीं है कि मदरसा में कट्टरपंथ की शिक्षा बंद होनी चाहिए.