वो कौन सी सोच है महिलाओं को मात्र अपनी हवस की पूर्ती का साधन मात्र समझती हैं? आखिर वह कौन सी सोच है जिसके लिए नारी वर्ग की अहमियत सिर्फ और सिर्फ उसकी हवस मिटाने के लिए होती है ?सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर ये सोच आती कहाँ से है? ये घिनौनी सोच जो अपनी मां की उम्र की महिलाओं से लेकर मासूम बच्चियों तक को नहीं छोड़ती, इस सोच का खात्मा कब होगा?
इसी वहशी और दरिदंगी भरी सोच का शिकार उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी एक युवती हुई है, जिसके साथ वाहिद नामक नरपशु ने उसी के घर में घुसकर क्रूरतम बलात्कार की घटना को अंजाम दिया तथा उसके जीवन को तबाह कर दिया. यह घटना अमरोहा के डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव की है जहाँ पर किसान का परिवार रहता है. खबर के मुताबिक युवती का भाई कुछ दिन पहले जल गया था, जिसकी देखरेख के लिए उसके परिजन अस्पताल में थे.
इस कारण युवती घर पर अकेली थी. जानकारी के मुताबिक़, पड़ोस में रहने वाला वाहिद नामक हैवान युवक उस पर बुरी नियत रखता था तथा रास्ते में आते जाते उसके साथ अश्लीलता करता था. दो जून की रात युवती अपनी छोटी बहन के साथ घर की छत पर सो रही थी. तभी वाहिद आ गया और मुंह बंद कर जबरदस्ती दुष्कर्म किया. किशोरी के शोर मचाने पर उसकी बहन की आंख खुल गई. तभी वाहिद जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गया.
इस दौरान वाहिद का मोबाइल घटनास्थल पर ही गिर गया. वाहिद युवती के बलात्कार के बाद भी नहीं रुका बल्कि उसने पुलिस में शिकायत करने पर युवती के पिता को जान से मारने की धमकी दी है,. वहीं शिकायत करने जाते समय युवती और उसकी मां को घेर लिया तथा धमकाने लगा. वहीं इस बारे में इंस्पेक्टर मोहित चौधरी ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर गांव निवासी वाहिद के खिलाफ संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आरोपी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा तथा सुसंगत धाराओं में कार्यवाई की जाएगी.