भारतीय क्रिकेट टीम के ऑफ़ स्पिनर हरभजन सिंह, जिसे देश के युवा अपना नायक मानते हैं, जिस पर पर अपनी जान छिड़कते हैं, उस हरभजन सिंह का चौंकाने वाला चेहरा सामने आया है. जिस हरभजन को देश ने अथाह प्यार दिया, सम्मान दिया, उस हरभजन की खालिस्तानी मानसिकता सामने आई है. खबर के मुताबिक़, ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी पर हरभजन सिंह ने खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले का महिमामंडन किया है तथा उन्हें शहीद बताते हुए प्रणाम किया है.
आपको बता दें कि हरभजन ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले को एक शहीद बताया, साथ ही उसकी तस्वीर साझा कर, ‘प्रणाम शहीदा नू’ लिखा. हरभजन की इंस्टा स्टोरी पर शेयर किए गए पोस्टर में लिखा है, “शान से जियो और धर्म के लिए मरो.” उन्होंने एक आतंकी को ऐसे श्रद्धांजलि दी जैसे वह कोई हीरो हो. उनकी इस हरकत के बाद वह ट्विटर पर ट्रेंड होने लगे और लोग उनसे सवाल करने लगे कि जिस भिंडरावाले ने तमाम हिंदुओं को मारा क्या वह शहीद है? तस्वीर में भी देख सकते हैं कि भिंडरावाले एकदम हीरो की तरह सेंटर में नीली पगड़ी में है.
इससे पहले ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी पर अमृतसर के श्री हरमिंदर साहिब में एक कार्यक्रम के दौरान खालिस्तानी झंडे लहराए गए, खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की ख़बरें भी सामने आई. जब खालिस्तानी झंडों तथा नारों का विरोध हुआ तो अकाल तख़्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने खालिस्तानी नारों का समर्थन करते हुए कहा कि यह सिखों पर गहरा घाव है, जो साल भर दर्द देता है. बरसी पर हम ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाकर इस दर्द को कम करते हैं. इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. यह हमेशा के लिए हमारी स्मृति का हिस्सा रहेगा. उन्होंने 1984 के ऑपरेशन को लेकर कहा कि भारतीय सेना ने अकाल तख्त पर ऐसे हमला किया जैसे चीन या पाकिस्तान पर युद्ध के दौरान करते हैं.