आई एम ए के चीफ ने धर्मांतरण और ईसाई धर्म के प्रचार करने पर दिल्ली के वकील ने शिकायत दर्ज कराई है। 28 मई 2021 को डॉ जे जयलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। खबरों के अनुसार पुलिस का कहना है कि वकील विष्णु शर्मा ने जयलाल के खिलाफ ईसाई धर्म का प्रचार करने और लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने की शिकायत दर्ज कराई है । शर्मा ने अपनी शिकायत में लिखा है -जयलाल सोशल मीडिया पर ईसाई धर्म का जिस तरह से प्रचार कर रहे हैं उससे धार्मिक समूह के बीच दुश्मनी को बढ़ावा मिल रहा है, उन्होंने कहा कि वह टेलीविजन पर एक डिबेट देखें जिसमें जलाल बाबा रामदेव को गाली दे रहे थे उन पर आरोप लगा रहे थे, उन्हें धमका रहे थे।
गौरतलब है कि, डॉ जयलाल ने कहा " हमें धर्मनिरपेक्ष संस्थानों, मिशनरी संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों में काम करने के लिए और अधिक इसाई डॉक्टरों की आवश्यकता है. मैं एक मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के प्रोफेसर के रूप में काम कर रहा हूं इसलिए मेरे लिए यह एक अच्छा अवसर है कि, मैं एक समग्र चिकित्सा के सिद्धांत को आगे बढ़ा सकूं मुझे ग्रेजुएट और इंटर्न को सलाह देने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है "
सरकारी ओहदे पर रहते हुए ऐसे धर्मांतरण और ईसाई धर्म के प्रचार से भारत में लोगों की भावना भड़क सकती है . अब देखना यह दिलचस्प होगा कि IMA के प्रमुख पर कार्यवाही कब होती है ? हालांकि मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार इसलिए आयुर्वेद में विश्वास करती है क्योंकि उनके सांस्कृतिक मूल्य और पारंपरिक आस्था हिंदुओं में है जयलाल ने यह भी दावा किया कि तीन-चार वर्षों से आधुनिक मेडिसिन की जगह आयुर्वेद को लाने की कोशिश हो रही है । जयलाल का यह भी मानना है कि आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी और योग इत्यादि की जड़े संस्कृत में है जो हिंदुत्व की भाषा है ।