ये वो विषय था जिसको जान तो लगभग सभी लोग रहे थे लेकिन उनकी हिम्मत जवाब दे रही थी देश के तथाकथित सेकुलरिज्म के माहौल में जहाँ हिन्दू और हिंदुत्व की आवाज उठते ही न जाने क्या क्या खतरे में आ जाया करता है. भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ठीक बगल एक एसा इलाका जो धीरे धीरे हिन्दू विहीन होता चला गया और कैसे माना जाय कि किसी को खबर भी नहीं लगी. वहां लगातार गौ रक्षको की हत्याएं हुई और पुलिस वालों के भी खून बहे, लेकिन किसी भी सत्ता और सरकार में साहस नहीं हुआ इसको सख्ती से दमन कर के ये संदेश देने का कि देश के हर हिस्से में कानून का शासन होगा.
ध्यान देने योग्य है कि यहाँ बात चल रही है मेवात की.. दिल्ली हरियाणा को अलग करने वाला ये क्षेत्र विश्व हिन्दू परिषद् की रिपोर्ट से फिर से चर्चा में आया था जब जमीनी पड़ताल में ये कहा गया कि मात्र 25 वर्षो में 50 गाँव हिन्दू विहीन हो गये. दुखद बात ये है कि इस रिपोर्ट को भी दबाने की सभी कोशिश की गई और जताने की कोशिश हुई कि सब कुछ सामान्य चल रहा है.. लेकिन ऐसा नहीं था. मेवात के कट्टरपन्थियो का वो संक्रमण बढ़ता ही चला गया और बहन बेटियाँ तो दूर घरों के सामने बंधे जानवर भी जबरन उठा लिए जाने लगे और सब कुछ तथाकथित सेकुलरिज्म के नाम पर माफ़ होता रहा.
लेकिन हर बार की तरह हिन्दू हित ही नहीं बल्कि हिन्दू के अस्तित्व की लड़ाई के रूप में इसको सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान सम्पादक सुरेश चव्हाणके जी ने लिया और इस पर लगातर सप्ताह भर बिंदास बोल किया.. इसी बिंदास बोल का असर था कि जनता बेहतर ढंग से हिन्दू विहीन होते इस पूरे क्षेत्र को तो जान गई लेकिन अफ़सोस और चौंकाने वाली बात ये रही कि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री चौटाला जी इस पूरे मामले से अनजान बने रहे और कहा कि उनकी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं है.. सत्ता की उदासीनता को देख कर न सिर्फ मेवात बल्कि पूरे देश के हिन्दू दुखी हुए लेकिन सुदर्शन न्यूज़ लगातार अपनी आवाज उठाना जारी रखा.
आखिरकार मेवात के हिन्दुओ को उस समय बड़ी ख़ुशी मिली जब सुदर्शन न्यूज़ के बिंदास बोल कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तराष्ट्रीय महामंत्री डाक्टर सुरेन्द्र जैन जी ने घोषणा कर दी कि पूरे देश के बजरंग दल कार्यकर्ता "चलो मेवात" का नारा लगा कर मेवात की तरफ कूच करेंगे और चरमपंथियों को मुहतोड़ जवाब देते हुए वहां से पलायान कर चुके हिन्दुओ को फिर से बसाने का संकल्प लेंगे. सुदर्शन न्यूज़ के स्टूडियो से सुरेश चव्हाणके जी के आगे विश्व हिन्दू परिषद के अन्तराष्ट्रीय महामंत्री के ये शब्द सुन कर पूरे मेवात के हिन्दुओ में अब नया उत्साह और नई ताकत देखने को मिल रही है. बजरंग दल ऐसा समूह रहा है जो राष्ट्रवाद और धर्मरक्षा का प्रतीक माना जाता रहा है, ऐसे में बजरंग दल के वीरों की इस घोषणा का सुरेश चव्हाणके जी ने भी स्वागत किया है और मेवात में हिन्दुओ के अस्तित्व की लड़ाई को अंतिम समय तक लड़ने का संकल्प दोहराया है. यद्दपि इस मामले में हरियाणा की खट्टर सरकार की ख़ामोशी समाज के हर वर्ग को कष्ट जरूर दे रही है.