निश्चित रूप से स्वर्ग में बैठे डिप्टी जेलर अनिल त्यागी जी की आत्मा उस समय मुस्कुरा उठी होगी जब उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ अर्थात स्पेशल टास्क फोर्स ने एक दशक पहले उनकी हत्या के गुनहगार अमजद और वकील को एक मुठभेड़ में मार गिराया। या मुझ में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में हुई।
बताया यह जा रहा है कि यह दोनों कुख्यात शूटर दुर्दांत माफिया और पंजाब की जेल में यह न केन प्रकारेण रह रहे मुख्तार अंसारी के आदमी थे। प्रतिद्वंदिता में इन्होंने किसी समय डिप्टी जेलर जैसे बड़े पद पर बैठे अधिकारी को मार डाला था।
बताया जा रहा है कि हमने सामने की मुठभेड़ हुई और पुलिस ने ने सरेंडर करने को कहा पर यह दोनों किसी भी हाल में पुलिस के आगे सरेंडर करने को तैयार नहीं हुए और उन्होंने पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी जारी रखी।
आखिरकार पुलिस की जवाबी कार्यवाही में वकील और अमजद अपने अंजाम को पहुंच गए। इन दोनों की ढेर होने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में अमन और चैन पसंद करने वालों में खुशी की लहर दौड़ गई है और सभी स्पेशल टास्क फोर्स अर्थात एसटीएफ की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं।