सुदर्शन न्यूज़ के प्रांगण में चल रही भारत भक्ति कथा के तृतीय दिन का आगाज श्री सुरेश चव्हाणके जी की धर्मपत्नी माया जी ने दीप प्रज्वलित कर किया कथा में सबसे पहले साँस्कृतिक गीतों के साथ कथा की शोभा को बढ़ाया गया ,गीतों की धुन में कथा में बैठे सभी अनुयायी अपने आप को आनंदित महसूस करने लगे ,कथावचक भारत भूषण जी ने कहा की हम सबको गीता का अनुसरण करना चाहिए ,क्योकि जिस आतंकवाद ने देश को परेशान कर रखा है ,उसके संहार का नियम सिर्फ गीता में लिखा है, लोग कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम खाते है लेकिन पढ़ने का आमादा नहीं रखते मेरा कहना तो है बच्चो को भी स्कूलों में गीता पड़े जानी चाहिए , उन्होंने कहा है की हम सविधान के खिलाफ नहीं हम तो आतंकवाद के खिलाफ है जिससे आज पूरी दुनिया त्रस्त है ,उन्होंने आगे कहा की जब भी देश धर्म पर आंच आयी है ,जब किसी व्यक्ति के रूप अवतार लिया है,लेकिन उन्होंने कभी अपने आप को बड़ा नहीं बताया ,और न ही अपने आप को जाती भाषा से जोड़ा,उन्होंने आगे कहा की महापुरुष व्यक्ति नहीं बल्कि वो तो भगवान के आनुष होते है,
दुराचारी को गोली मारना कोई अपराध नहीं
उन्होंने कहा की गीता के स्वरूप किसी दुराचारी को अगर आप गोली मार देते है,वो कोई अपराध नहीं इसके बाद महाराज जी ने कहा की अगर आपके देश प्रेम के कारण किसी की भावना आहात होती है तो होने दे ,लेकिन आप अपने विचार अडिग रहिये,कहा की कुछ लोगो का धर्म खतरे में पड़ जाता है लेकिन अगर कोई धर्म ही तो वो सनातन धर्म है अन्यथा सब धर्म स्थापित किये हुए है,इसके बाद उन्होंने कहा की हमेशा गद्दारो से बचके रहना चाहिए क्युकी हमेशा देश के शहीदो को गद्दारो ने ही धोखा दिया है
भारत में अभी मुगलो की औलाद मौजूद
कथा में जब महाराज ने आक्रांताओ के कुकर्मो का जिक्र किया तो उनकी मानशिकता ने हमारे देश की साँस्कृतिक परम्परा का अपमान किया ,लेकिन उन्होंने आज भी देश में मुगलो की औलादे है , मुगलो ने हमारी बहन बेटियों का बलात्कार किया ,लेकिन हमारे ऐसे संस्कार नहीं है ,इसी प्रकार जो आये दिन किसी न किसी बात को लेकर भारत को ठेस लगाने का इंतजार करती ,उन्होंने कट्टपंथियोंपर पर सीधा वार करते हुए कहा की ये वही है जिन्हे भारत माता की जय बोलने में दिक्कत बनती है , उन्होंने आगे कहा हमारे प्रेरणा स्रोत गाँधी नहीं ये अपवाद है लेकिन हमारे प्रेरणा स्रोत भगत सिंह राजगुरु सुखदेव भी है
राममंदिर नहीं राष्ट्रमंदिर का हो रहा निर्माण
रामंदिर के भव्यता का गुणगान करते हुए महाराज जी ने कहा की आयोध्या में राममंदिर का निर्माण हो रहा है ,ये राष्ट्रनिर्माण में सहयोग देगा ,अब कशी मथुरा को आजाद कराने के लिए जल्द आंदोलन शुरू करेंगे ,