छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला समय समय पर सामने आता ही रहा है। अब छत्तीसगढ़ के रतनपुर के ग्राम पंचायत पुडू के आश्रित ग्राम बांग्लाभाटा में आदिवासी क्रिश्चियन समुदाय के द्वारा चर्च का निर्माण और उद्घाटन को लेकर विवाद बढ़ गया है। हिंदू संगठनों ने अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख प्रबल प्रताप जूदेव संग प्रार्थना सभा भवन का उद्घाटन का विरोध किया, जिसके चलते प्रार्थना सभा भवन उद्घाटन रोकना पड़ा और अब इस मामले को लेकर राजनीति की सियासत भी गरमा गई है।
कांग्रेस विधायक के इस शब्द से हिंदू संगठन का आक्रोश भड़क उठा है। वहीं अब कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के द्वारा भगवा आतंक, गुंडागर्दी शब्द का प्रयोग किए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति भी गरमा गई है। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने पेंड्रा दुर्गा चौक में एकत्रित होकर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव मुर्दाबाद के नारे लगाए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस प्रशासन और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझपटी भी हुई।
कोटा कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव जिसे प्रार्थना सभा भवन बता रहे हैं, इस पर भाजपा नेता प्रबल प्रताप जुदेव भड़क उठे हैं, उन्होंने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पट्टे की जमीन में चर्च बनाकर आदिवासियों को धर्मांतरण करने का भी आरोप लगा चुके हैं। जिसे लेकर हिंदू संगठनों और भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने पेंड्रा दुर्गा चौक में एकत्रित होकर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव मुर्दाबाद के नारे लगाए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस प्रशासन और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझपटी भी हुई।
इससे पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट में प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने लिखा-‘धर्मांतरण की वजह से पूरे भारत की जनसांख्यिकी बदल रही है। भारत के 800 जिलों में से 200 जिलों में हिन्दू अल्पमत में आ गए हैं। हम हमारी धर्मनगरी रतनपुर को धर्मांतरण की नगरी नहीं बनने देंगे। बंगलाभाटा (रतनपुर) में सरकारी जमीन पर चर्च बनाने का षड्यंत्र का पर्दाफास और विरोध हमारे सनातनी योद्धाओं द्वारा किया गया और संकल्प लिया गया कि ऐसे तमाम अवैध स्थान को चिन्हांकित कर सामने लाया जाएगा।
उन्होंने लिखा, ‘माँ महामाया की पावन धरा को हम धर्मांतरण का केंद्र नहीं बनने देंगे और सभी धर्मांतरण के एजेंटों को बेनकाब किया जायेगा। ‘हिंदू रहेगा तो ही देश बचेगा’ घरवापसी ही अखंड भारत का एक मात्र मार्ग है। सभी हिंदू संगठित हों और धर्मांतरण के माफियाओं को सार्वजनिक करें