बीजेपी के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों की कड़ी आलोचना की। त्रिवेदी ने कहा कि आयोग का 1,642 पन्नों का विस्तृत जवाब कांग्रेस की बदले की भावना और संदिग्ध इरादों को उजागर करता है।
ईवीएम पर सवाल
कांग्रेस की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए त्रिवेदी ने कहा कि ये मशीनें जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में बिना किसी समस्या के कार्य कर रही हैं। हालांकि, 2023 में राजस्थान और हरियाणा में इन्हें लेकर सवाल उठाए गए, जो उनकी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं।
कांग्रेस की मानसिकता
त्रिवेदी ने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग का 1,642 पन्नों का जवाब कांग्रेस के बेतुके आरोपों का उचित उत्तर है। उन्होंने कांग्रेस की मानसिकता की आलोचना करते हुए कहा कि उनका यह मानना कि जीतने पर वे सही हैं और हारने पर किसी और को दोष देना हास्यास्पद और संदेहास्पद है।
संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा
उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा पर आरोप लगाने की कांग्रेस की कोशिशें न केवल हास्यास्पद हैं, बल्कि विध्वंसक भी हैं। यह स्थिति लोकतंत्र की स्थिरता के लिए चिंताजनक है और सभी राजनीतिक दलों को अपने बयान और कार्यों में सावधानी बरतनी चाहिए।
कांग्रेस की जीत और आत्मविश्वास
लोकसभा चुनाव में 99 सीटों पर कांग्रेस की जीत का उल्लेख करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इस आत्मविश्वास ने कांग्रेस को हरियाणा में हार का सामना करने पर मजबूर किया। उन्होंने सुझाव दिया कि कांग्रेस को अपनी बिगड़ैल राजकुमार की मानसिकता को छोड़ देना चाहिए, जिससे चुनावी दुर्घटनाएं होती हैं।
जनता का दृष्टिकोण
भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि जनता कांग्रेस के आरोपों को संदेह की दृष्टि से देखती है। ऐसे में कांग्रेस को अपने बयान और आरोपों को लेकर सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि लोग इन पर विश्वास नहीं कर रहे हैं।