प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को सिंगापुर के शीर्ष कंपनियों के CEOs से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने कंपनियों के CEOs से भारत में निवेश करने की अपील की. बिजनेस लीडर्स समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने देखा कि जो एक विषय प्रमुख रूप से नजर आ रहा है, वह skill development का है. भारत में हम इंडस्ट्री 4.0 को ध्यान में रखते हुए और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र को देखते हुए skill development पर बहुत बल दे रहे हैं."
बिजनेस लीडर्स समिट संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा भारत की आवश्यकताओं के साथ skill development संबंध एक ग्लोबल जॉब मार्केट से भी जुड़ा हुआ है. अगर आपकी कंपनियां ग्लोबली क्या चल रहा है उसका सर्वे करें और ग्लोबल डिमांड का Analysis करें और उसके अनुसार भारत में skill development के लिए आएं, तो ग्लोबल जॉब मार्केट को बड़ी आसानी से एड्रेस कर सकते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कौशल विकास एक ऐसा मुद्दा है जो हमारी सभी चर्चाओं में उभरता है. उद्योग 4.0 और सेमीकंडक्टर उद्योग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, भारत कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए भी लगातार प्रयास कर रहा है. यदि आपकी कंपनियां वैश्विक बाजारों और नौकरी की मांग का विश्लेषण करने के बाद कौशल विकास के लिए भारत आती हैं, तो वैश्विक नौकरी बाजार की समस्याओं का आसानी से समाधान किया जा सकता है.
हमने पूरी दुनिया को एक वादा किया है. हम ग्लोबल वार्मिंग को एक चुनौती मानते हैं. हम सिर्फ अपनी संवेदना व्यक्त कर अटकने वाले लोग नहीं हैं, हम समाधान देने वाले लोग हैं. हमने 500 गीगावाट का लक्ष्य रखा है और 2030 तक हमें ये करना है. इसमें मैं न्यूक्लियर, हाइड्रो, सोलर और विंड पर जाना चाहता हूं. इसी प्रकार हमने बॉयो फ्यूल की पॉलिसी बनाई है. भारत इसको लीड करना चाहता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ऊर्जा से जुड़े हुए ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां Green Jobs की पूरी संभावना है, हम इसमें पहल कर रहे हैं. मैं आपसे आग्रह करता हूं, आप भी आइए. 6 दशकों के लंबे इंतजार के बाद, भारत में एक सत्तारूढ़ सरकार को लगातार तीसरी बार लोगों की सेवा करने का मौका मिला है. लोगों ने हमें वोट दिया इसका कारण हमारी नीतियों, इरादों और निर्देशों पर उनका भरोसा है. भारत के प्रति हमारी जो आकांक्षाएं हैं, वे आम आदमी की आकांक्षाओं के अनुरूप हैं.