देश में मानसून के आने के बाद पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक भारी बारिश की स्थिति बनी हुई हैं। झमाझम बरस रहा मानसून सुकून तो देता ही है, मगर साथ में एक बड़ी आबादी के लिए मुसीबत भी ले कर आता है। यानी, कहीं पहाड़ दरक रहे हैं तो कहीं आफत की बारिश हो रही है। इसके बाद गांवों से लेकर शहर तक बाढ़ और जलजमाव की समस्या बन रही है। जानलेवा-आकाशीय बिजली का कहर भी बरपते देखा जा सकता है। उत्तराखंड में भूस्खलन की स्थिति से रास्ते बंद हो रहे हैं। यूपी-बिहार में वज्रपात जान-माल की हानी हो रही है। पहाड़ों पर हो रही वर्षा से लगभग सभी नदियां उफान पर है।
उत्तराखंड के चमोली में भूस्खलन की वजह से जोगीधारा और पातालगंगा में बद्रीनाथ राजमार्ग अवरुद्ध है। जोशीमठ में 24 घंटे बाद भी अवरुद्ध मार्ग को खोला नहीं जा सका। पातालगंगा में हाइ-वे पर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर पड़ा हुआ हैं। जिसे हटाने का काम चल रहा है। इससे लगभग 1500 के करीब तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के जिलों में भारी वर्षा से जन-जीवन प्रभावित हो चुका है। इधर गढ़वाल मंडल में चारधाम यात्रा के मार्ग भूस्खलन से बाधित हैं।
उत्तराखंड में संपर्क मार्ग बाधित
उत्तराखंड में 150 से अधिक संपर्क मार्ग मलबा के कारण बंद हो गए हैं। पिथौरागढ़ और बागेश्वर के सीमांत क्षेत्रों में होने वाली मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है। चीन सीमा से लगने वाला तवाघाट मार्ग मलबा गिरने से बंद पड़ा है। उधम सिंह नगर में हुई वर्षा से बाजपुर और काशीपुर के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
बिहार में बाढ़ के हालात
बिहार में वज्रपात की घटनाओं में 16 लोगों की मृत्यु हो गई है। पटना और बांका में 3-3, नालंदा, सिवान व कैमूर में 2-2 लोगों की मौत हुई है। वहीं भोजपुर, रोहतास व सारण में 1-1 व्यक्ति की मृत्यु की सूचना है। कोसी तटबंध के अंतर्गत गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। मधुबनी जिले में कमला-बलान नदी खतरे के निशान से 1.38 मीटर ऊपर बह रही है। गोपालगंज जिला का 21 गांव में बाढ़ का पानी से घुसा है।
यूपी में वज्रपात से 52 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में बुधवार को उत्तर प्रदेश में वज्रपात से अब तक 52 और बिहार में 16 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में लोगों का जीवन अस्तव्यस्त हो चुका है। सरयू, राप्ती और घाघरा नदियों का बहाव लाल निशान से ऊपर है। बलरामपुर और लखीमपुर में बाढ़ के कारण पांच लोगों की मौत हो गई है। लखीमपुर बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। यूपी में 125 से अधिक गांव जलमग्न हैं। बाढ़ के हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बाढ़ से फैली तबाही देखने को कई इलाकों का दौरा किया।