आज यानी सोमवार को 18 वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हुआ. सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद के तौर पर शपथ ली. इसके बाद अमित शाह, राजनाथ, पीयूष गोयल, शिवराज सिंह चौहान समेत सभी मंत्रियों ने शपथ ली. जैसे ही एनडीए सांसदों ने शपथ लेना शुरू किया, सदन के अंदर और बाहर विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया.
बता दें कि विपक्षी खेमा प्रोटेम स्पीकर पर भर्तृहरि महताब के चयन को लेकर सवाल उठा रहा है. उनका कहना है कि लोकसभा की परंपरा तोड़ी गई है. परंपरा के मुताबिक, भर्तृहरि महताब से ज्यादा सीनियर सांसद के. सुरेश हैं, लेकिन, सरकार ने एक बार फिर विपक्ष का मजाक बनाया है.
वहीं, इससे पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में आज का दिन गौरव मय है,यह वैभव का दिन है. आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद में यह शपथ हो रहा है, अब तक ये प्रक्रिया पुराने संसद में होती थी. उन्होंने आगे कहा कि कल 25 जून है, 50 साल पहले इसी दिन संविधान पर काला धब्बा लगा दिया गया था.
पीएम मोदी ने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि देश में कभी भी ऐसी कालिख न लग सके. उन्होंने आगे कहा कि आज़ादी के बाद दूसरी बार किसी सरकार को लगातार तीसरी बार देश की सेवा करने का अवसर मिला , यह अवसर 60 साल बाद आया है जो की गौरव की बात है. पीएम मोदी ने कहा कि हम मानते है सरकार चलाने के लिए बहुमत होता है लेकिन देश चलाने के लिए सहमति बहुत ज़रूरी होती है.
उन्होंने आगे कहा कि देश की जनता ने हमें तीसरी बार अवसर दिया है. हमारी जिम्मेदारी तीन गुना बढ़ गई है... इसलिए मैं देशवासियों को भरोसा देता हूं कि अपने तीसरे कार्यकाल में हम तीन गुना मेहनत करेंगे और तीन गुना परिणाम प्राप्त करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता को नाटक, हंगामा नहीं चाहिए। देश को नारे नहीं, substance चाहिए. देश को एक अच्छा विपक्ष चाहिए, एक जिम्मेदार विपक्ष चाहिए.