झारखंड के हजारीबाग से एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक रामभक्त को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उसने भगवान राम के देश में राम जी की शोभायात्रा निकाली थी. मामला झारखंड के हजारीबाग के महुदी इलाके का है जहां पिछले 40 सालों से भगवान राम की शोभायात्रा नहीं निकाली गई लेकिन 40 साल बाद अब वहां पर राम नवमी शोभायात्रा निकाली जाती है...
बता दें कि सनातन विरोधी झारखंड सरकार बौखला जाती है. दरअसल इस शोभायात्रा को हिन्दू समाज के प्रसिद्ध कार्यकर्ता रामभक्त अमन कुमार द्वारा सभी हिंदुओं को सर्वसम्मिलित करके निकाला जाता है और जिस वक्त ये शोभा यात्रा निकाली जा रही थी. उसी वक्त इस शोभायात्रा पर जिहादीयों द्वारा पथरबाज़ी की जाती है. जिहादियों के द्वारा शोभायात्रा पर पथरबाज़ी के दौरान वह भगदड़ मच जाती है.
वहीं, हैरानी की बात ये है की भगदड़ के दौरान पुलिस जिहादियों को रोकने की जगह उल्टा रामभक्तों पर लाठी चार्ज कर देती है जिसकी वजह से काफी लोगों को गंभीर चोटें आ जाती है. लेकिन झारखंड की सनातन विरोधी सरकार को रामभक्त अमन कुमार द्वारा निकली गई ये शोभायात्रा रास नहीं आती और इस शोभायात्राको निकालने के आरोप में सनातन विरोधी झारखंड सरकार अमन कुमार को गिरफ्तार करके जेल भेज देती है. रामभक्त अमन कुमार को जेल सिर्फ इसलिए भेज दिया जाता है. क्योंकि उन्होंने भगवान राम के लिए सभी रामभक्तों को एकत्र करके शोभायात्रा निकाली .
आपको बता दें की झारखंड के हजारीबाग से पिछले 40 साल से रामनवमी पर शोभायात्रा नहीं निकाली गई है और ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि ये एक मुस्लिम बहुल इलाका है. सनातन विरोधी झारखंड सरकार के अनुसार मुस्लिम बहुल इलाकों में रामनवमी शोभायात्रा निकालना एक जुर्म हो गया है... जिस अखंड भारत का इतिहास ही सनातन से जुड़ा है , जिसकी उत्पत्ति ही सत सनातन से है... उस देश में पूजा पाठ करना, शोभायात्रा निकालना, जुर्म कैसे हो सकता है.
झारखंड सरकार की इस बौखलाहट के बाद अमन कुमार की इस गिरफ़्तारी पर सनतानियों का गुस्सा भी झलक रहा है, लेकिन झारखंड सरकार के कानों पर जु तक नहीं रेंग रही है. रामभक्तों द्वारा भगवान राम की शोभायात्रा निकालने पर रामभक्त अमन कुमार को गिरफ्तार करके जेल में डाल देना की सवाल खड़े करता है.