ईरान ने शनिवार देर रात इजरायल पर हमला कर दिया. ईरान की ओर से इजरायली क्षेत्र पर मिसाइलें दागीं गई. ईरान ने इजरायल पर 150 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन दागे. वहीं इजरायली सेना ने जानकारी दी है कि दागी गई मिसाइलों में से ज्यादातर को आसमान में ही ध्वस्त कर दिया गया. साथ ही इजरायल की ओर से अभी तक किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं आई है.
ईरान की ओर से अभूतपूर्व बदला लेने की कार्रवाई के मिशन में सैकड़ों ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों को लॉन्च किए गए है. जिसके बाद रविवार तड़के पूरे इजरायल में धमाके और हवाई हमले के सायरन बजने लगे, जिसने मध्य पूर्व को एक क्षेत्रव्यापी युद्ध के करीब धकेल दिया.संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और अन्य लोगों की ओर से इस हमले की तीव्र निंदा की गई है.
फ्रांस ने कहा कि ईरान संभावित युद्ध का जोखिम उठा रहा है. ब्रिटेन ने हमले को 'लापरवाह' कहा और वहीं जर्मनी ने कहा कि ईरान और उसके प्रतिनिधियों को 'इसे तुरंत रोकना चाहिए'.इजरायली सेना के प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि ईरान ने कई ड्रोन, क्रूज मिसाइलें और बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. जिनमें से अधिकांश को इजरायल की सीमाओं के बाहर रोका गया. उन्होंने कहा कि युद्धक विमानों ने इजरायली हवाई क्षेत्र के बाहर भी अकेले 10 से अधिक क्रूज मिसाइलों को रोका.
साथ ही उन्होंने कहा कि मुट्ठी भर मिसाइलें इजराइल में उतरने में कामयाब रहीं. बचावकर्ताओं ने कहा कि एक हमले में दक्षिणी इजरायल के बेडौइन अरब शहर में एक 10 वर्षीय लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि हगारी ने कहा कि एक अन्य मिसाइल ने सेना के अड्डे पर हमला किया, जिससे हल्की क्षति हुई लेकिन कोई घायल नहीं हुआ. हागारी ने कहा कि ईरान की ओर से व्यापक पैमाने पर हमला किया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या इजरायल जवाब देगा, हागारी ने केवल इतना कहा कि सेना 'इजरायल अपनी सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक है वह करेगा.
ईरान ने शनिवार को इजरायल के खिलाफ अपना पहला पूर्ण पैमाने पर सैन्य हमला शुरू किया. उसने इजरायल पर ड्रोन हमले किये. ईरान के सरकारी मीडिया ने बताया कि दर्जनों ड्रोन दागे गए. इजरायली सेना के प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमले वाले विमान को आने में कई घंटे लगेंगे और देश तैयार है. इस सप्ताह की शुरुआत में इजरायल पर व्यापक रूप से आरोप लगाए गए हवाई हमले के बाद ईरान इजरायल पर हमला करने की धमकी दे रहा था, जिसमें सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास को नष्ट कर दिया गया था, जिसमें दो कुलीन ईरानी जनरलों सहित 12 लोग मारे गए थे.