राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आज यानी बुधवार को संसद भवन में साधना सिंह समेत उच्च सदन के 12 नवनिर्वाचित सदस्यों को राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ दिलाई. सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसके साथ ही सभापति ने सुझाव दिया कि निष्ठा के साथ दायित्वों का निवर्हन करें. इस दौरान वहां उप-सभापति हरिवंश नारायण सिंह भी उपस्थित थे.
1992 में शुरू किया था राजनीतिक करियर
जानकारी के लिए बता दें कि साधना सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत वर्ष 1992 में भाजपा के साथ की थी. राजनीति की शुरुआत करते हुए वो जिला पंचायत सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई थी और उन्होंने जनप्रतिनिधि के रूप में अपने सामाजिक जीवन का आरंभ किया था. इसके बाद उन्होंने पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया. बता दें कि साधना सिंह दो बार भाजपा महिला मोर्चा चंदौली की अध्यक्ष बनीं. इसके साथ ही तीन बार बीजेपी यूपी कार्यसमिति की सदस्य भी बनीं थीं.
2017 में बनी थी विधायक
बता दें कि वो पहली बार 2017 में मुगलसराय (दीनदयाल उपाध्याय नगर) चंदौली से विधायक निर्वाचित हुई थी. लेकिन वर्ष 2022 में भाजपा ने उनका टिकट काटकर रमेश जायवाल को टिकट दे दिया था. लेकिन साधना सिंह की निष्ठा पार्टी के प्रति बहुत थी. जिसके चलते उन्हें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में राज्यसभा सांसद के रूप में सदन जाने का मौका मिला. वर्तमान में वो उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं.
12 नवनिर्वाचित सदस्यों ने ली शपथ
बता दें कि 12 नवनिर्वाचित सदस्यों ने सदन में शपथ ली. शपथ लेने वाले सदस्य साधना सिंह सहित संजय यादव, हर्ष महाजन, मेधा विश्राम कुलकर्णी, सुभाष चंदर, चंद्रकांत हंडोरे, गोविंदभाई लालजीभाई ढोलकिया, धर्मशिला गुप्ता, अशोक सिंह, जी सी चंद्रशेखर, एल मुरुगन और मनोज कुमार झा है.