सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

Kushinagar: बरवापट्टी पुलिस की खुल रही पोल, शराब तस्करों पर नही हो रही करवाई वीडियो और ऑडियो बना जी का जंजाल

कुशीनगर: जांच के आंच से दूर नजर आ रहे बरवापट्टी शराब कांड के जिम्मेदार संदिग्ध आडियो थानाध्यक्ष के लिए बना जी का जंजाल शराब तस्करों का खूब है बोलबाला।

कन्हैया कुशवाहा @KanhaiyaStv
  • Feb 21 2024 8:37AM

कुशीनगर। अपराधियों मे कानून का खौफ और आम आदमी की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार चाहे जितना भी संकल्पित हो, लेकिन कुशीनगर पुलिस पर इसका कोई असर नही दिख रहा है। वजह यह है कि शराब तस्करो पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस के जिम्मेदारो द्वारा शराब पकड़वाने वाले युवक को धमकाकर शराब माफियाओ के साथ मिलकर कमाने-खाने का नसीहत देते हुए आडियो चर्चा का विषय बना हुआ है ऐसा न करने पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल का हवा खिलाने की पुलिसिया धौस भी जमाया जा रहा है। खाकी की कारस्तानी के आडियो व घटना संबंधित वीडियो सोसल मीडिया पर खूब सुर्खियों में रही है। इसके बावजूद अब तक आडियो पर पुलिस कि छवि धूमिल करने व सूबे के वजीरेआला के दावे को पलीता लगाने वाली पुलिस अधिकारी के खिलाफ अब तक कार्रवाई नही की गयी। यही वजह है कि सूबे के वजीरेआला के कानून व्यवस्था को लेकर तरह-तरह की कानाफूसी की जा रही है। मामला जनपद के बरवापट्टी थाना क्षेत्र का है और आडियो मे पुलिस कप्तान का नाम लेकर युवक को धमकाने वाली आवाज थानाध्यक्ष की बतायी जा रही है जिसकी पुष्टि हम नहीं कर रहे है।

फ्लैशबैक बतादे कि बीते रविवार की आधी रात को शराब लेकर जा रहे तस्करों की गाड़ी को गांव वालों ने घेर लिया था। तस्कर खुद को घिरता देख अस्सी पेटी शराब वही गेहूं की खेत में छोड़कर भाग गए। सूचना पर पहुंची

बरवापट्टी पुलिस ने शराब की पेटी लेकर थाने चली आयी और अगले दिन पुलिस ने खेला करते हुए अज्ञात तस्करों पर मुकदमा दर्ज कर 48 पेटी शराब बरामद करने का दावा किया। मजे की बात यह है कि पुलिस की कारस्तानी को उस समय एक युवक ने वीडियो बनाकर अपने मोबाइल मे कैद कर लिया था जिसमे तस्करो द्वारा छोडी गयी अस्सी पेटी शराब दिख रहा है। कहना न होगा कि जब बरवापट्टी पुलिस ने 32 पेटी शराब का घपला कर 48 पेटी शराब दिखाकर अपना पीठ थपथपाने लगी तो वह युवक सोशल मीडिया पर खाकी के कारनामे को अपलोड कर बरवापट्टी पुलिस की कलई खोलकर रख दिया। बताया जाता है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लिया और प्रकरण को जांच कराया जिसमे यह बात सामने आयी कि वीडियो मे पुलिस की कारगुजारी का पोल खोलने और वीडियो वायरल करने वाले युवक का पिता हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ बारह केस दर्ज है। शायद यही वजह है कि 32 पेटी शराब घपला करने वाली बरवापट्टी पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

विधि विशेषज्ञ बोले

दर्शनशास्त्र के जानकार व विधि विशेषज्ञ हाईकोर्ट के अधिवक्ता प्रदीप शुक्ला का कहना है कि पिता अपराधी है तो इसका मतलब यह नही हुआ कि पुत्र भी अपराधी होगा और उसे समाज मे सम्मान नही मिल सकता। अगर वह साक्ष्य के साथ अपराध व भ्रष्टाचार से संबंधित मामले सार्वजनिक करता है और जांच में प्रकरण की सत्यता की पुष्टि होती है।

तो उस पर कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए न कि यह कहकर मामले को खारिज किया जा सकता है कि उक्त व्यक्ति के पिता अपराधी व हिस्ट्रीशीटर है।

वीडियो के बाद हुआ था आडियो वायरल

गौरतलब है कि वायरल वीडियो मे एक युवक बरवापट्टी पुलिस पर शराब तस्करी कराने का आरोप लगाया था। वीडियो मे युवक दावा कर रहा है कि पुलिस ने अस्सी पेटी के बजाय अड़तालिस पेटी शराब की बरामदगी दिखाया और ज्ञात होते हुए भी अज्ञात लोगो पर मुकदमा दर्ज किया। ऐसा करने के पीछे पुलिस की मंशा यह थी कि शराब तस्करों से उसे बँधी बंधाई मोटी रकम मिलती है। इधर मामला सार्वजनिक होने के बाद एसपी ने इस मामले की जाँच बैठा दिया। फिर क्या संलिप्त पुलिसकार्मियों के। हाँथ पाँव फूल गए। इसके बाद थानाध्यक्ष अपने पुरे लाव लश्कर के साथ आरोप लगाने वाले युवक के घर पहुँच गयी। वायरल आडियो में थानाध्यक्ष कप्तान साहब का नाम लेकर पहले युवक को खूब डराती धमकाती है और बयान बदलने के लिए दबाव बनाती। फिर उस युवक को यह सलाह देती है कि दोनों लोग मिलकर कमाओ-खाओ आपस में लड़ाई का कोई मतलब नहीं है। उक्त युवक का आरोप है कि उसे जबरिया पकडकर थाने लें जाया गया और तब तक नहीं छोड़ा गया जब तक उससे अपने मन मुताबिक बयान पर पुलिस ने उस युवक से हस्ताक्षर नहीं करवा ली। बताया जाता है कि जब

यहवाक्या चल रहा था तो थानाध्यक्ष ने सबसे पहले युवक का मोबाइल अपने चालक मंटू के पास जमा करवा दिया था लेकिन इसी दौरान किसी अन्य व्यक्ति ने इन सारी गतिबिधियों को रिकार्ड कर लिया। ऑडियो क्लिप में आवाज थानाध्यक्ष की है या नही इसकी पुष्टि सुदर्शन न्यूज़ नही करता है। लेकिन यदि आवाज थानाध्यक्ष का है तो यह अत्यंत शर्मनाक है।

हौसला बुलंद यहा बताना जरूरी है कि बीते दिनो चैटिंग कांड में क्लीन चिट मिलने के बाद इन पुलिसकर्मियों का हौसला बुलंद है। इन्हे इस बात का गुमान है कि वह योगी सरकार मे कुछ भी करेगे उनका बाल बांका नहीं होने वाला है। बताना मुनासिब है कि बीते वर्ष 28 अक्टूबर को चैटिंग का जो स्क्रीन शाट वायरल हुआ था उसमे जाँच अधिकारी ने इसी तरह से बचाव किया था जैसे अभी इस मामले में बचाव का किया जा रहा है। चैटिंग के स्क्रीन शाट में तस्करों ने अपना गाड़ी नंबर सेंड किया था और उसमे दूसरी तरफ से एक मिस्ड काल पड़ा हुआ नजर आ रहा था जो यह बयां कर रहा था कि पुलिस के तरफ से भी तस्करों को काल किया गया था। साइबर सेल इस मासले को बडी आसानी से तहकीकात कर सकता था कि पुलिस के मोबाइल पर मैसेज भेजनें वाला व्यक्ति कौन था लेकिन इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट दे दिया गया। सूत्रों का कहना है कि यह जाँच ऐसे लोगो के हाथो में थी जिनके ऊपर झूठी गवाही देने के मामले में कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। ऐसे में इस जांच में न्याय की उम्मीद करना ही बेमानी था।

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार