मोदी सरकार के संभावित मंत्रिमंडल को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. खबर के मुताबिक़, 8 जुलाई को पीएम मोदी की कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. इसके लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनवाल, नारायण राणे तथा कुछ अन्य नेताओं को दिल्ली आने के लिए कह दिया गया है. इसके अलावा अपना दल की अनुप्रिया पटेल को भी मंत्री बनाया जा सकता है.
अपने आक्रामक तेवरों के लिए जाने जाने जाने वाले वरुण गांधी को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सांसद हैं. यूपी में अगले साल चुनाव होने हैं. ऐसे में यूपी के कोटे से वरुण को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. संभावित फेरबदल में कई मंत्रियों का बोझ कम किया जा सकता है. इन मंत्रियों में नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी से अतिरिक्त मंत्रालय का बोझ लिया जा सकता है.
सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में कर्नाटक से कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे को हराने वाले उमेश जाधव को भी जगह मिल सकती है. कर्नाटक से दूसरा नाम लिंगायत समुदाय से आने वाले शिव कुमार उदासी या बी वाई राघवेंद्र में से किसी एक का हो सकता है. ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, पश्चिम बंगाल से शांतनु ठाकुर और दिलीप घोष, बिहार से जेडीयू के आरसीपी सिंह, लल्लन सिंह और संतोष कुशवाहा, हरियाणा से सुनीता दुग्गल, लद्दाख से जामयांग नामग्याल को भी जगह मिल सकती है. हालांकि मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम तस्वीर तभी साफ होगी, जब नए मंत्री शपथ लेंगे.
बता दें कि मोदी सरकार में अधिकतम 81 नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है. फिलहाल मौजूदा मोदी सरकार ने 53 नेता मंत्री हैं, यानि मंत्रिमंडल में 28 और नेताओं की जगह है. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में 20 के करीब नेताओं को जगह मिल सकती है. कुछ मंत्री हटाए भी जा सकते हैं तो वहीं कुछ का मंत्रालय भी बदला जा सकता है.