भगवाधारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में पहला आयुष विश्वविद्यालय बनवाने जा रही है. गोरखपुर में स्थापित होने वाले उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे. शुक्रवार को दिल्ली में मुलाकात कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय के शिलान्यास के लिए राष्ट्रपति का समय लिया है.
ये खबर मिलते ही जिला प्रशासन ने भी शिलान्यास की तैयारियों में जुट गया है. संभावना वक्त की जा रही है कि शिलान्यास का कार्यक्रम इस माह आयोजित होगा. शुक्रवार को जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर कुलदीप मीणा और तहसीलदार डा. संजीव दीक्षित के साथ इस विवि के लिए चिन्हित जमीन का निरीक्षण कर जरूरी तैयारियों के निर्देश दिए. आयुष विश्वविद्यालय के लिए भटहट क्षेत्र के पिपरी और तरकुलहां में करीब 52 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है.
प्रशासन के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिलान्यास करने गोरखपुर आ सकते हैं या फिर वर्चुअल जुड़ सकते हैं. कार्यक्रम स्थल पर फिलहाल तीन हैलीपैड बनाए जाएंगे. सीएम योगी आयुष विश्वविद्यालय में महाविद्यालयों की संबद्धता और अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से और विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने के पहले ही निर्देश दे चुके हैं. सीएम योगी ने आयुष विश्वविद्यालय खोलने का निर्णय लेते सीएम पिछले बजट में इसके लिए 10 करोड़ रुपये प्रावधान किया था. निर्माण पर तकरीबन 817 करोड़ की धनराशि खर्च होने का अनुमान है.
एक जगह यूनानी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और योग चिकित्सा आयुष विवि खुलने से एक ही छत के नीचे ही आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी और योग चिकित्सा की पढ़ाई और उस पर शोध कार्य हो सकेगा. प्रदेश के यूनानी और होम्योपैथी कॉलेज भी इससे संबद्ध किए जाएंगे. यूपी में लखनऊ, वाराणसी, झांसी, प्रयागराज, बरेली, बांदा, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत में आयुष मेडिकल कॉलेज हैं। पढ़ाई के साथ ही इन पद्धतियों से यहां पर विभिन्न रोगों का इलाज भी संभव हो सकेगा.