दिल्ली में जहरीली होती हवा में फ़िलहाल कोई समाधान नहीं निकला है, दिल्ली में लगातार पाबंदियों का सिलसिला जारी है। दिल्ली में आज भी हवा की स्थिति 'बेहद खराब' पर है। दिल्ली के फिलहाल प्रदूषण के मद्देनजर तमाम स्कूलो को पहले ही बंद कर दिया गया है, साथ ही दिल्ली में ट्रको की 'एंट्री' पर भी रोक लगी हुई है, लेकिन बीते 16 नवंबर को ये पाबंदिया लगाई गई थी, जिसमे ये कहा गया था कि ये पाबंदिया 21 नवंबर यानी आज तक ही रहेगी। इसलिए ये गौरतलब है कि आज यानी 21 नवंबर को एक बार फिर से दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार आगे क्या करना है के मुद्दे पर चर्चा करेंगी।
हो सकता है दिल्ली में लॉकडाउन पर फैसला
मिली जानकारी के अनुसार, आज होने वाली बैठक में दिल्ली में लॉकडाउन लगना चाहिए या नहीं और इसकी जरुरत है या नहीं इसपर चर्चा हो सकती है। इसी के साथ तमाम मुद्दों जैसे ट्रको की रोक, वर्क फ्रॉम होम आदि को लेकर भी फैसले लिए जा सकते है।
‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ’ मुहिम तेज
प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ’ मुहिम के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी गई है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आईटीओ चौक पर पहुंचकर इसकी शुरुआत की. लोगों से यह गुजारिश की गई है कि जब भी वे रेड लाइट पर गाड़ी खड़ी करें तो इंजन ऑफ कर लें.
इस दौरान गोपाल राय ने कहा कि राजधानी दिल्ली में जो वायु प्रदूषण है उसमें सिर्फ 30% प्रतिशत हिस्सा दिल्ली का है. उन्होंने कहा कि बाकी का हिस्सा यानि 70% प्रदूषण एनसीआर व अन्य राज्यों से दिल्ली में प्रेवश करता है.
लगाई गई थी ये पाबंदिया
दिल्ली में गैर-जरूरी सामान वाले ट्रकों के लिए नो एंट्री प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने बुधवार को 10 निर्देश जारी किए गए थे, जिसमें शहर में गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध और अगले आदेश तक स्कूलों और कॉलेजों को बंद करना शामिल है, जबकि हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है. दिल्ली सरकार ने 21 नवंबर तक शहर में निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर रोक लगा दी थी।
उसने अपने कर्मचारियों को रविवार तक घर से काम करने का भी आदेश दिया था. शहर सरकार ने पहले रविवार तक सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बंद करने की घोषणा की थी और 17 नवंबर तक निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था.