देश में सभी वर्ग के लोग आसानी से कोरोना वैक्सीन लगवा सकें इसके लिए सरकार ने टीकाकरण के नियमों को और आसान बना दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सुविधा देते हुए CoWin पर रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. अर्थात अब कोई भी शख्स अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र जाकर केंद्र पर ही रजिस्ट्रेशन करवा सकता है और अपनी वैक्सीन लगवा सकता है.
इस बारे में केंद्र सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि कोरोना वैक्सीन देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए हेल्थ वर्कर्स और आशा कार्यकर्ता ग्रामीण इलाके और शहरी स्लम्स इलाकों में जाएंगी और लोगों को ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन के लिए जागरूक करेंगी. बता दें कि देश में बहुत से लोग अभी भी वैक्सीन लगवाने के लिए जरूरी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रहे हैं. यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना टीकाकरण अभियान की रफ्तार काफी कम है. इसको देखते हुए सरकार ने ये बड़ा फैसला लिया है.
बता दें कि भारत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी. 16 जनवरी से अब तक देश में 26 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की खुराक दी जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए कहा गया है कि मंगलवार को 18-44 साल के आयु वर्ग के 13,13,438 लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई जबकि 54,375 लोगों को दूसरी खुराक लगाई गई. इस बीच सरकार ने 21 जून से फिर से टीकाकरण अभ्यास की बागडोर संभालने का फैसला किया है.
केंद्र ने आश्वासन दिया है कि इस महीने 12 करोड़ वैक्सीन खुराक उपलब्ध होंगे. कोविशील्ड निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भी कहा है कि वह अपनी विनिर्माण क्षमता बढ़ा रहा है. इस महीने लगभग 10 करोड़ खुराक का उत्पादन और आपूर्ति करने में सक्षम होगा. भारत बायोटेक और रूस के स्पुतनिक-v वैक्सीन की दो करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी, जिनका आयात किया जा रहा है. ऐसे में महीने के अंत तक देश 12 करोड़ लोगों को और अधिक टीकाकरण करने में सक्षम होगा.