अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्य सभा महाराष्ट्र प्रदेश महामंत्री - सन्तोष गुप्ता ने खोला मोर्चा. पटना के खालेकला थाना अंर्तगत 20 अप्रैल को सन्नी गुप्ता के हत्या को लेकर पुरा देश आक्रोश है । जिसका उदाहरण 3 मई को काला दिवस के रूप मे देखा गया ।लेकिन सायद बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी को नही दिख रहा है या यु कहे इनको पता ही नही है जहाँ लाँकडाउन मे लोग अपने घरो मे है वही घर में खुसकर मो.चाँद सनी गुप्ता के ऊपर गोली चला देता है अस्पताल ले जाते हो सनी रास्ते में ही अपना दम तोड़ दिया , पुलिस का कहना है गोली मारी नही गयी लग गयी , इससे भी शर्म की बात शायद इससे पहले सुनने को ना मिला हो उस मृत शरीर को अंतिम संस्कार को ले जाते हुए पत्थर मारी जाती है वह भी पुलिस की मौजुदगी मे । बिहार सरकार ने उल्टा पीडीत के उपर ही केस कर देती है ।
बिहार सरकार से इंसाफ नही मिलने के वजह से पीड़ित सनी गुप्ता का परिवार इतना डरा है की अपना पुस्तैनी मकान घर बेचने के लिए बोर्ड तक लगा दिया। 4 मई के दिन सभी लोग ने अपने हाथों पर काला पट्टी बांध कर लोगो ने बिहार सरकार के प्रति आक्रोश दिखाया । वहीं आज अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्य सभा महाराष्ट्र प्रदेश घोर निंदा करती है , और बिहार सरकार से माँग करती है खाजेकला थाना अध्यक्ष को तुरंत बर्खात किया जाय पीडित के परिजनों पर की गयी एपआईआर वापस ली जाय केस की जांच सीबीआई को सौपी जाय तथा पीडित परिवार को 50 लाख की मुआवजा विधवा पत्नी को सरकारी सेवा मे कार्यरत किया जाय.
वैश्य समाज ने 3 मई को काला दिवस के रूप मे बता दिया की इन मागो के साथ सरकार अविलम्ब संज्ञान नही लेती है तो देश के हर प्रान्त से चरणबद्ध आन्दोलन किया जायेगा जिसकी जवाबदेही बिहार सरकार की होगी एनसीसी या पुलिस के उपस्थिति मे निर्दोष सन्नी गुप्ता की हत्या सरकार के नाकामियो को दर्शाता है वैश्य समुदाय के साथ अन्य समुदाय सन्नी गुप्ता को नके साथ राष्ट्रीय स्तर पर बहुत से संगठनो का समर्थन मिल रहा है