भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS रणवीर के आंतरिक कंपार्टमेंट में मंगलवार को हुए विस्फोट में नौसेना के 3 कर्मियों की जान चली गई थी और 11 लोग घायल हुए थे. जिस पर दुख जताते हुए भारतीय नौसेना ने बुधवार को कहा, ‘नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और भारतीय नौसेना के सभी कर्मी, कृष्ण कुमार, सुरिंदर कुमार और एके सिंह के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिनकी 18 जनवरी 2022 को आईएनएस रणवीर पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान चली गई थी.’
नौसेना की ओर से जारी शोक संवेदना में कहा, ‘हम इस मुश्किल घड़ी में परिवार के साथ दृढ़ता से खड़े हैं.’ आईएनएस रणवीर एक विध्वंसक जहाज है. नौसेना ने मंगलवार को कहा था, ‘आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से पूर्वी नौसैन्य कमान के क्रॉस कोस्ट अभियान पर तैनात था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था.’
भारतीय नौसेना ने कहा कि इस घटना के कारणों की जांच के लिए ‘बोर्ड ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया गया है. अगस्त 2013 में, आईएनएस सिंधुरक्षक पर हुए विस्फोटों में 18 नाविकों की मौत हो गई थी और पनडुब्बी मुंबई बंदरगाह पर डूब गई थी. वहीं एक अधिकारी ने जानकारी दी कि ‘हम मामले को करीब से देख रहे हैं.
अधिकारी ने जानकारी दी कि एक युद्धपोत पर कई परिचालन संबंधी मुद्दे होते हैं. कई लाइनें, एयर कंडीशनिंग गैस, गोला-बारूद और पानी की आपूर्ति, एक जहाज के समानांतर चलती हैं. अन्य वाहनों के विपरीत, युद्धपोतों को संचालन के दौरान बंद नहीं किया जा सकता है. हम इन सभी परिचालन संबंधी चीजों को देख रहे हैं. घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.’