सियासत के खेल भी बड़े आजम निराले होते हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक समय मुहर्रम के कारण दुर्गा पूजा के मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा थी. चुनावी रैली के दौरान जयश्रीराम बोलने पर ममता बनर्जी चिढ़ गई थीं. लेकिन अब दुर्गा पूजा के पंडाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वयं दुर्गा माता बनने जा रही हैं.
खबर के मुताबिक़, पश्चिमा बंगाल के दुर्गा पांडाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 10 हाथ वाली मूर्ति लगाई जा रही है. मूर्तिकार मिंटू पॉल इस प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं. मा दुर्गा के रूप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिमा बनाने के लिए बंगाल की 3 समितियों ने एक साथ काम करने का निर्णय लिया है. मूर्तिकार मिंटू पाल ने बताया है कि मैंने दो दिन पहले ही प्रतिमा का निर्माण कार्य शुरू किया है. अगले 15 दिनों में इसके पूरे हो जाने की उम्मीद है.
कोलकाता के कुमारतुली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मूर्ति बनाई जा रही है. हालांकि, इस दस हाथ की मूर्ति के हाथ में त्रिशूल और अन्य हथियारों के बजाय केवल विकास का हथियार होगा. इस साल पूर्वी कोलकाता के बागुईआटी में एक पूजा समिति ने इस तरह की एक फैंसी थीम की योजना बनाई है. हर साल पूजा पंडाल कुछ अनोखा बनाने की कोशिश रहती है. वित्तीय संकट की हालत में भी पूजा संगठन कुछ नई थीम के बारे में सोच रहे हैं और ऐसी सोच के माध्यम से ही यह थीम आया.
न केवल देवी की मूर्ति बल्कि इस साल की दुर्गा पूजा में पूरे पूजा पंडाल में राज्य सरकार की विकास परियोजना का स्पर्श होगा. मूर्तियों के अलावा राज्य सरकार की जन-उन्मुख परियोजनाएं भी हैं जो इस पंडाल में देखने को मिलेगी. पंडाल के प्रवेश द्वार को आंख के आकार में बनाया जा रहा है. जो राज्य सरकार के 'चोकर आलो' प्रोजेक्ट को लोगों के सामने दर्शाएगा. इसके अंदर विकास की दस भुजाओं वाली मुख्यमंत्री की प्रतिमा होगी. पंडाल के अंदर मुख्यमंत्री की दस हाथ की मूर्ति होने पर भी मां दुर्गा की मूर्ति की पूजा की जाएगी. इसलिए ममता की इस मूर्ति को दुर्गा प्रतिमा के बगल में थीम के तहत रखा जाएगा.
दुर्गा पांडाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिमा लगाए जाने पर राज्य में मुख्य विपक्षी बीजेपी भड़क उठी है. बीजेपी ने इसे हिंदुत्व का अपमान बताया है. बीजेपी की आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि बंगाल में चुनाव के बाद जघन्य हिंसा के बाद ममता बनर्जी को देवी सदृश्य दिखाना घृणा पैदा करने वाला है क्योंकि उनके हाथ निर्दोष बंगालियों के खून से सने हैं. यह देवी दुर्गा का अपमान है. ममता बनर्जी को इसे रोकना चाहिए. वह बंगाल के हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रही हैं.
नंदीग्राम से भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जब कोई केवल आपको खुश करने के लिए आपको भगवान के समान बताने की कोशिश करता है और आपकी चुप्पी सहमति का इशारा करती है तो इसका मतलब है कि आपका अहंकार ऐसे स्तर तक पहुंच गया है, जहां विवेक इसकी जवाबदेही नहीं ठहरा सकता.