बरगढ़ पुलिस द्वारा शराब बनाने के नाम पर नाबालिग आदिवासी छात्रा का उत्पीड़न
जनपद चित्रकूट के बरगढ़ थाना क्षेत्र के स्थानीय मुखबिरी के इशारे पर बरगढ़ पुलिस मानवाधिकार का उल्लंघन करते हुए उच्च अधिकारियों को गुमराह कर फर्जी शराब पकड़ने व उत्पीड़न करने में जुटी हुई है l
उक्त आरोप लगाते हुए सुनीता आदिवासी निवासी कुरियाडीह थाना बरगढ़ ने बताया कि मैं घर पर नहीं थी तभी प्रभारी बरगढ़ दलबल सहित शाम को लगभग 4:00 बजे मेरे घर आकर अकेली नाबालिक लड़कियों से बदसलूकी करते हुए जबरन थाने ले आई जब मैं शाम 5:00 बजे घर आकर पता किया तो पड़ोसियों ने बताया कि पुलिस ले गई थाने आई तो पुलिस ने उल्टा सीधा आरोप लगाते हुए मुझे कस्टडी में ले लिया व लड़कियों को छोड़ दिया रात 8:00 बजे 10 किलोमीटर दूर नाबालिक लड़कियों को बेसहारा घर जाने को मजबूर कर दिया रास्ते में पुलिस के मुखबिर भी पीछा करते हैं पुलिस के ऊपर फर्जी शराब लगाने का आरोप लगाते हुए सुनीता ने बताया कि अगर मुझे व मेरे घर में शराब बनाते व रखे पकड़ा गया तो उक्त घटना की वीडियो फोटोग्राफी पुलिस दिखाएं थाने लाकर शराब गांजा बा अन्य कोई भी सामग्री लगाकर थाने के अंदर फोटो खींचकर अधिकारियों को गुमराह करते हैं l
15 वर्षीय नाबालिक आदिवासी छात्रा आंचल ने बताया कि घटना उस वक्त की है जब हमारे घर में कोई नहीं था हम अपने बहन के साथ अकेली घर पर थी तभी अचानक बरगढ़ पुलिस दलबल के साथ पहुंचकर हमारे घर में दरवाजे में लात मारते हुए गाली गलौज करते कहा कि आप लोग अवैध शराब बनाने का काम करते हो हमे बहन सहित गाड़ी में बिठा लिया तभी पड़ोस की वृद्ध महिला आई पूछी इनको कहा ले जा रहे हो तो उसको भी गाडी में बैठा लिया और थाने ले आई यहां पर बदसलूकी का व्यवहार हमारे साथ किया गया l