कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले दुसरी लहर मे सरकार कोविद पर मंथन कर रही थी .और लगातार वारिश होने से नदियाँ अपने मस्ती मूड मैं अंगराएया ले रही थी .आपदा विभाग को बाढ पर कैम्प करने का होमवर्क क्लास वर्क दिया गया .
तटबंद पर मारामबती जिसमें जल्दी2 आनन फानन मे काम करबाया जा रहा हैं .पर अभी क्यों पहले से क्यों नहीं .फॉर लेन के कारण उत्तर बिहार के जल निकासी ने जिले की तस्बीर बदल डालें .
बिहार के अनेक जिला के नदियाँ एक साथ उफ़ान पर हैं .गंगा के उदगम लेवल पर बादल फटने से तेज बारिश के कारण उत्तर बिहार के हज़ारों ग्राम का नाम मिट जायेगा .
स्ड्रफ ndrf और बड़ी नाऊ बोट की दरकार अभी से करना होगा .आपदा के समय मे जुलाई माह औगेस्ट माह चुनौती बाला होगा .पानी अपना रास्ता खुद तय कर लेगी और मौत का तांडब देखने लायक नहीं रहेगा .अरबो रुपया अभी तक सरकार ख़च कर चुकी हैं .पर काम अभी अधूरा हैं .शासन को अभी से होमवर्क कर लेना होगा .