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आत्मनिर्भर भारत के तहत सशक्त होगी हिंद की सेना.. 15 अक्टूबर से भारत में ही बनेंगे पिस्टल और फाइटर जेट

आगामी 15 अक्तूबर यानी दशहरे के दिन भारतीय आयुध निर्माणी बोर्ड की सात नई रक्षा कंपनियों की शुरुआत की जाएगी। इन कंपनियों को तीनों सेनाओं और अर्धसैनिक बलों से 65 हजार करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले हैं।

Prem Kashyap Mishra
  • Oct 13 2021 2:00PM

मेक इन इंडिया के तहत भारत उपलब्धि पर उपलब्धियां हासिल कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की सोच ने पूरे देश को एक मजबूती प्रदान की है। देश तभी मजबूत हो सकता जब वहां के लोग सशक्त होंगे। और लोग तभी सशक्त होंगे जब देश को चलाने वाले का एक विज़न हो। भारतीय सेना को मजबूती देने के लिए देश की सात रक्षा कंपनियां सैनिकों के लिए पिस्टल से लेकर फाइटर प्लेन बनाएंगी। आगामी 15 अक्तूबर यानी दशहरे के दिन भारतीय आयुध निर्माणी बोर्ड की सात नई रक्षा कंपनियों की शुरुआत की जाएगी। इन कंपनियों को तीनों सेनाओं और अर्धसैनिक बलों से 65 हजार करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले हैं।

ये कंपनियां गोला-बारूद और विस्फोटक, वाहन, हथियार और उपकरण, सैन्य सुविधा आइटम, ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स गियर, पैराशूट और सहायक उत्पादों का उत्पादन करेगी। इन कंपनियों के हथियार निर्माण से भारतीय सेना को मजबूती मिलेगी।  इनमें एडवांस्ड वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड, ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड, इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड, म्यूनिशन इंडिया लिमिटेड, अवनी आर्मर्ड व्हीकल्स, ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड, यंत्र इंडिया लिमिटेड हैं।

सरकार को उम्मीद है कि पेशेवर रूप से प्रबंधित सात नई संस्थाएं बेहतर क्षमता उपयोग के माध्यम से घरेलू बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएंगी और निर्यात के नए अवसरों का भी लाभ उठाएंगी।  रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, चौथी कंपनी ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड सैनिकों के इस्तेमाल से जुड़ी सामग्री का निर्माण करेगी। दरअसल, आज भी सैनिकों के कपड़े-जूते से लेकर तमाम सामग्री विदेश से आयात की जाती है, लेकिन नई कंपनी इन सबका निर्माण देश में करेगी। 

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