उत्तर प्रदेश से योगी राज में एक दिल दहला देने वाला घटना प्रकाश में आया है. महराजगंज से यह खबर सामने आई है. खबर के मुताबिक दुर्गा मंदिर में एक साधू और साध्वी की हत्या कर दी गई है तथा हत्या करने के लिए मंदिर के ही मूर्ति का इस्तेमाल किया गया है. यह घटना परसा मलिक थाना क्षेत्र के महदेइया गाँव की है. घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है. ग्रामीणों ने दोनों शव शुक्रवार की सुबह मंदिर परिसर में देखा. पुलिस ने मौके पर पहुँच कर शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार, महदेईयां गांव के रहने वाले रामरतन मिश्र गांव में मंदिर बनवाकर पूजा पाठ करते थे. मंदिर में करीब 20 साल से नेपाल के ढ़कधइयां चेनपुरवा गांव की कलावती भी पूजा करती थी. इन दोनों लोगों का गांव के लोग बहुत सम्मान करते थे. पुजारियों ने वाराणसी से कुछ दिन पहले हनुमान की मूर्ति लाकर स्थापित कराई थी. शुक्रवार की सुबह गांव के लोग मंदिर की ओर गए तो दोनों के शव खून से लथपथ पड़े थे. शरीर पर चोट के गहरे निशान थे। ऐसा लग रहा था कि दोनों को बेरहमी से पीट- पीट कर मार डाला गया हो. हत्या की सही वजह का पता अभी नहीं चल रहा है.
बताया जा रहा है कि महदेईया गांव निवासी 73 वर्षीय राम रतन मिश्र ने शादी नहीं की थी. उन्होंने गांव में अपने निजी खर्च से दुर्गा माता मंदिर का निर्माण कराया था. मंदिर पर पिछले ढाई दशक से नेपाल के धकढाई चेनपुरवा की महिला कलावती भी रहती थीं और पूजा-पाठ करती थीं. लोग उन्हें भी साध्वी के नाम से पहचाते और सम्मान देते थे. कुछ दिन पहले पुजारी राम रतन मिश्र वाराणसी से हनुमान जी की मूर्ति लाए थे.
मूर्ति को मंदिर में स्थापित कराने के बाद उन्होंने भंडारा कराया था. शुक्रवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर की तरफ गए तो उन्होंने राम रतन मिश्र और कलावती का खून से लथपथ शव देखा. ग्रामीणों ने आनन-फानन में घटना की सूचना पुलिस को दी. ग्रामीणों ने बताया कि दोनों की पीट-पीटकर हत्या की गई है. मंदिर में रखी हाथी की छोटी प्रतिमा से दोनों पर वार किया गया था.