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Manoj Mukund Narwane : 'चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ' कमेटी के अध्यक्ष बने थलसेना प्रमुख नरवणे, ये रहेगी जिम्मेदारी

नरवणे को तीनों सेना प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ होने के कारण इस पद का प्रभार दिया गया है। इससे इस संभावना को और बल मिला है कि जनरल नरवणे औपचारिक रूप से देश के अगले सीडीएस बनाए जा सकते हैं।

Kartikey Hastinapuri
  • Dec 16 2021 9:20AM

हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के निधन के बाद फिर से पुरानी व्यवस्था अस्थायी रूप से शुरू हो गई है. सीडीएस का पद आने से पहले देश में चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (Chiefs of Staff Committee) हुआ करती थी.

जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद क्योंकि सीडीएस का पद खाली हो गया है, इसलिए आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे (General MM Naravane) को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. सीडीएस का पद आने से पहले चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी ही तीनों सेनाओं के बीच कॉर्डिनेशन का काम करती थी. इस कमेटी में तीनों सेना के प्रमुख शामिल होते हैं. क्योंकि जनरल एमएम नरवणे सबसे वरिष्ठ हैं, इसलिए उन्हें इस कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है.

अब CDS बनने का दावा मजबूत

मिली जानकारी के मुताबिक, यह भी कहा कि नए CDS को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। लेकिन जनरल नरवणे को तीनों सेनाओं के प्रमुखों में सबसे सीनियर होने के कारण COSC चेयरमैन बनाया गया है और इससे उनका अगला CDS बनने का दावा और ज्यादा मजबूत हो गया है।

IAF प्रमुख एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 30 सितंबर को, जबकि नेवी चीफ एडमिरल आर. हरी कुमार ने अपना पद 30 नवंबर को संभाला था। इसके उलट जनरल नरवणे को सेना प्रमुख बने करीब दो साल का वक्त हो चुका है। 61 वर्षीय जनरल नरवणे ने जनरल बिपिन रावत के रिटायरमेंट और देश के पहले CDS के तौर पर प्रमोशन के बाद 31 दिसंबर, 2019 को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) यानी सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली थी।

क्या है COSC और कैसे नियुक्त होता है चेयरमैन

COSC तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी वाली कमेटी है, जो तीनों सेनाओं के बीच अभियानों व अन्य मुद्दों को लेकर कोऑर्डिनेशन बनाए रखने का काम करती है। जनरल नरवणे को उसी पुरानी परंपरा के तहत COSC चेयरमैन बनाया गया है, जो CDS का पद बनाए जाने से पहले लागू थी। इस परंपरा के तहत तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे सीनियर अधिकारी को COSC चेयरमैन नियुक्त किया जाता था।

8 दिसंबर को हुआ था सीडीएस रावत का निधन

सीडीएस बिपिन रावत का निधन 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर हादसे में हो गया था. वायुसेना का Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 14 अधिकारियों को लेकर जा रहा था, तभी तमिलनाडु के कुन्नूर में चौपर क्रैश हो गया. इस हादसे में जरनल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एकमात्र जिंदा बचे थे, जिनका निधन भी 15 दिसंबर को हो गया

 

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