प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के शासक शेख सबाह अल अहमद अल सबाह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अरब जगत ने अपने एक प्रिय नेता खो दिया जबकि भारत ने करीबी दोस्त और दुनिया ने एक महान राजनेता खोया है। शेख सबाह का निधन 91 साल की उर्म में हुआ,. वे साल 2006 में कुवैत की सत्ता पर काबिज हुए थे और 50 से अधिक वर्षों तक अपनी विदेश नीति की देखरेख की थी।
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ने शोक व्यक्त करके भारत के उस संस्कार को कायम रखा जिसके लिये हम जाने जाते हैं, हम अपने विरोधियों के साथ भी उनके दुख में खडे होते है ये तो दोस्त रहे हैं .पर हमने कुछ समय पहले देखा कि किस तरह लोग देश के गृहमंत्री अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव हो जाने पर खुशी जाहिर कर रहे थे लोग सोशल मीडिया पर मीम्स शेयर कर रहे थे , क्या किसी का जीवन खतरे में आना किसी के लिए खुशी की बात हो सकती है? किसी देश के गृहमंत्री के लिए इतनी नफरत क्यों ?वामपंथी और लिवरल्स आतंकियो को मारे जाने पर मानवता का रोना रोते है पर जब देश के गृहमंत्री के स्वास्थ्य की बात हो तो खुशी मनाते हैं खैर छोडिये इनकी बात ही क्या करना , आपको बता दें कि अपने ट्वीट में पीएम ने शोक जताते हुए कहा कि 'कुवैत और अरब जगत ने अपने चहेते नेता को खो दिया है, वो भारत के करीबी दोस्त होने के साथ दुनिया की एक महान हस्ती थे. द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उन्होने अपनी अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कुवैत में काम करने वाले भारतीय समुदाय की विशेष देखभाल की थी
ट्वीट में आगे उन्होंने ये भी लिखा कि कुवैत के शासक महामहिम शेख सबाह अल अहमद के निधन की दुखद घड़ी में वो उनके परिवार और कुवैत के लोगों के साथ अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हैं. वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शेख सबाह को भारत का करीबी दोस्त बताते हुए कहा है कि वे एक महान मानवतावादी नेता थे. भारत के राष्ट्रपति ने कहा है कि दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शेख सबाह के परिवार, दोस्तों और कुवैत की सरकार के साथ हैं