न सिर्फ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बल्कि राज्य की सत्ता में उनकी सहयोगी कांग्रेस पार्टी धर्मनिरपेक्षता की बड़ी बड़ी बातें करते हैं. हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है, संवैधानिक संस्थाओं व संस्थानों को धर्म, मजहब व संप्रदाय से परे रखना चाहिए.. इस तरह की बातें अक्सर कांग्रेस पार्टी व हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा करती रहती है.
लेकिन इनकी कथनी और करनी में कितना फर्क है, धर्मनिरपेक्षता का नाम लेकर ये मजहबी तुष्टीकरण की कैसी राजनीति करते हैं, ये इस खबर से साफ़ प्रमाणित होता है. खबर के मुताबिक़, झारखंड की के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार द्वारा राज्य की विधानसभा में नमाज अदा करने के लिए अलग से स्पेशल कक्ष आवंटित किया गया है. इस संबंध में शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है.
विधानसभा के उप सचिव नवीन कुमार के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है कि नये विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज कक्ष के रूप में कमरा संख्या TW-348 आवंटित किया जाता है. आपको बता दें कि शुक्रवार को ही झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ है. उसी के बाद शाम को उक्त आदेश जारी किया गया. आदेश की प्रति सोशल मीडिया में शेयर हो रही है तथा इस आदेश के लिए हेमंत सरकार की जमकर आलोचना की जा रही है.