वर्तमान समय में देश के अन्दर भगवान् श्रीराम के मन्दिर निर्माण को ले कर सबसे जायदा श्रद्धाभाव से चर्चा है. देश के कोने कोने में अलग अलग स्थानों पर हिंदूवादी समूहों के नेता भगवान राम के मन्दिर के लिए चंदा जमा कर रहे हैं.. कई स्थानों पर सीधे ही ट्रस्ट में पैसे जमा किये जा रहे हैं..
ऐसे में न सिर्फ फिल्म जगत के तमाम बड़े नाम बल्कि खुद महामहिम राष्ट्रपति तक ने अपना योगदान इस पवित्र मन्दिर के निर्माण में दिया है. योगी आदित्यनाथ सहित कई मुख्यमन्त्रियो और केन्द्रीय मंत्रियों ने अपना स्वैच्छिक योगदान इस पुनीत अभियान में दिया है..
ऐसे में जब इसी क्षेत्र और इसी मामले में पूर्व मुख्यमंत्री व् समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से जवाब सवाल किया गया तो उन्होंने बहुत ही घुमा फिरा कर उत्तर दिया है. जवाब शुरू होते ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहले तो भारतीय जनता पार्टी पर इस मामले को ले कर निशाना साधा फिर आगे की बात कही ..
अखिलेश ने हिन्दुओं के पवित्र धाम अयोध्या में भगवान् श्रीराम के बहु प्रतीक्षित मंदिर निर्माण को लेकर शुरू किए गए चंदा अभियान पर एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हमेशा से भगवान राम को लेकर राजनीति करते आ रहे हैं। अब भाजपा सरकार अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए राजनीति कर रही है।
प्रदेश में चंदा वसूलने का काम भाजपा के लोग राम मंदिर के नाम पर कर रहे हैं, इससे साफ मालूम पड़ता है कि राम मंदिर का निर्माण धार्मिक भावना से जुड़ा हुआ नहीं है। चंदा जुटाने का काम राजनीति में किया जाता है और दान-दक्षिणा मंदिर में की जाती है। मैं खुद भी जब कभी किसी मंदिर में जाता हूं तो वहां अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार दान दक्षिणा जरूर करता हूं।