झारखंड में कांग्रेस के विधायकों ने कैबिनेट विस्तार के बाद अपने कोटे के मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. जिसके बाद राज्य की राजनीति में सियासी बवाल मच गया था. वहीं इस बीच जानकारी सामने आई कि झारखंड कांग्रेस के नाराज विधायक दिल्ली से वापस झारखंड लौट गए हैं. कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने साफ किया कि हमारी मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से कोई नाराजगी नहीं है.
उन्होंने कहा कि, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में हमारी सरकार है. हम लोग उन्हें और मदद करेंगे. हम लोग गए नहीं थे. कार्यकर्ताओं का दवाब था. जनता का दबाव था कि जो मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है वो सही नहीं है. ऐसे में कार्यकर्ताओं की बातों को मानना था इसलिए हम गए और आलाकमान से मिले. सकारात्मक बातचीत हुई है.
इरफान अंसारी ने कहा, " हमारे प्रभारी बहुत अनुभवी हैं. उनका भी मार्गदर्शन हम लोगों को मिला है. उनका आशीर्वाद हमलोगों को मिला. वो आए और उन्होंने हम लोगों को काफी समझाया."
इरफान अंसारी ने आगे कहा, "हमें पार्टी नेतृत्व में विश्वास करने के लिए कहा गया. आलाकमान जो फैसला लेती है वो सही लेगी. आप लोग योद्धा हैं और आप लोग काम करिए. जनता के हित में आप लोग काम करें. हम लोगों ने उनकी बात को माना. खासकर केसी वेणुगोपल से पॉजिटिव भरोसा दिया.
उन्होंने कहा कि जिन मंत्रियों के खिलाफ हम लोग गए थे, हमारे खिलाफ नेगेटिव न्यूज़ ये लोग चला रहे थे. कार्यकर्ता नाराज, जनता नाराज और हमारे युवा वर्ग नाराज तो ऐसे में हम लोग गए थे. हम लोगों ने अपनी बात को वहां पर रखा." इतना ही नहीं, कांग्रेस विधायक ने ये भी दावा किया, "हमें सूत्रों के अनुसार जो पता चला है उसके मुताबिक मंत्रिमंडल और संगठन में भी भारी फेरबदल होगा."