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Ramayan Express : अब 'भगवा' की जगह 'प्रोफेशनल' ड्रेस में दिखेगा ट्रेन स्टाफ, बदलाव के पीछे ये है बड़ी वजह

IRCTC Ramayan Circuit Train : संतों के एतराज के बाद भारतीय रेलवे ने रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन में अपने सर्विस स्टाफ की ड्रेस बदल दी है। भारतीय रेलवे ने आपत्तियों के बाद रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेनों में सवार अपने सेवारत कर्मचारियों की भगवा पोशाक वापस ले ली है।

Kartikey Hastinapuri
  • Nov 23 2021 7:59AM

रामायण लेकर भारतीय रेलवे ने एक बहुत बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, IRCTC ने ट्रेन के 'ग्राउंड स्टाफ' की पोशाक में बदलाव किया है।  पहले ये पोशाक 'भगवा' रंग की हुआ करती थी लेकिन संत सम्माज की आपत्तिओ के बाद रेलवे ने इसमें फेरबदल कर दिया। 

दरअसल, भारत सरकार ने भगवान श्रीराम के पूरे जीवनकाल को दर्शन के लिए देश के लोगो के लिए ये ट्रेन शुरू की है।  जिसमे, पहले ग्राउंड की ड्रेस भगवा कुर्ता, धोती और रुद्राक्ष की माला थी जिसको लेकर हिन्दू संत समाज ने आपत्ति जताई थी और नाराजगी व्यक्त की थी। 

उज्जैन के संतों ने जताई थी नाराजगी 

दरअसल, उज्जैन के संतों ने रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन के वेटर्स को भगवा कपड़े, धोती, पगड़ी और रुद्राक्ष की माला पहनाने पर आपत्ति जताई थी। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में वेटर्स संतों की वेशभूषा में लोगों को खाना सर्व कर रहे हैं, वही लोग जूठे बर्तन उठाते नजर आ रहे हैं।

इसके बाद उज्जैन के संतों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को चिट्‌ठी लिखकर 12 दिसंबर को शुरू होने वाले ट्रेन की अगली ट्रिप का विरोध करने की चेतावनी दी थी। नाराज संतों ने ट्रेन रोकने की बात भी कही थी। हालांकि, इससे पहले ही रेलवे ने रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन में सर्विस देने वाले वेटर्स की ड्रेस बदल दी है।

यहाँ- यहाँ घुमाएगी ट्रेन 

यह ट्रेन  दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना होगी  और भगवान श्रीराम से जुड़ी तमाम जगहें घुमाएगी। देखो अपना देश के तहत चली इस खास ट्रेन की यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा, जहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री हनुमान मंदिर और नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहां जानकी जन्म स्थान और नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर का दर्शन प्राप्त किया जा सकेगा।

ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा, जहां से पर्यटक बसों के जरिए काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट की यात्रा करेंगे। चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी, जहां पंचवटी और त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण किया जा सकेगा। नासिक के बाद प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा, जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्म स्थल और अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक और विरासत मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा।

जानिए रामायण सर्किट एक्सप्रेस के बारे में

बता दें कि, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से आईआरसीटीसी ने रामायण सर्किट एक्सप्रेस शुरू की है। धार्मिक यात्रा से जुड़ी रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन में श्रद्धालुओं को खाना ट्रेन के अंदर ही सर्व किया जा रहा है। ये रामायण एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन 7 नवंबर को शुरू हुई जो अयोध्या से रामेश्वरम चलकर राम से जुड़े हुए 15 स्थलों का भ्रमण करते हुए 7,500 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी।

अब 12 दिसंबर को इसी ट्रेन से दूसरी यात्रा शुरू होगी। रामायण सर्किट ट्रेन के AC फर्स्ट क्लास का किराया 1,02,095 रुपए और सेकंड AC का 82,950 रुपए प्रति व्यक्ति है। जिसमें पूरी यात्रा के दौरान रहना खाना, सड़क मार्ग का किराया औऱ रेल का किराया शामिल है। बता दें कि, रामायण सर्किट एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों को सात्विक खाना परोसा जा रहा है। अब इस ट्रेन में काम करने वाले वेटर्स की भगवा ड्रेस को लेकर बवाल मच गया है।

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